कोरबा@M4S:ढाई साल बाद सोमवार को सरकार के द्वारा एलपीजी गैस की कीमतों में बढ़ोतरी कर दी गई है । जिससे आम लोग परेशान है। सिलेंडर की कीमतों में हर माह की एक जनवरी को कमी या बढ़ोतरी की जाती है, लेकिन इस बार अचानक से 7 अप्रैल को घरेलू एलपीजी गैस की कीमतों में 50 रुपए की बढ़ोतरी कर दी गई।
महंगाई की मार झेल रहे गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों के लिए यह एक और आर्थिक बोझ साबित हो रही है। खासकर छोटे-मोटे प्राइवेट नौकरी करने वाले और दिहाड़ी पर जीवन यापन करने वाले परिवारों में इस फैसले को लेकर नाराजगी है। महिलाओं का कहना है कि पहले से घर चलाना मुश्किल हो रहा था, ऐसे में गैस सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी से परेशानी और बढ़ेगी। यह बढ़ोतरी उज्जवला योजना के तहत लाभार्थियों और सामान्य श्रेणी के उपभोक्ताओं दोनों के लिए लागू की गई है। इस कदम से महिलाओं में खासा रोष है, क्योंकि अब उनके किचन का बजट और भी तंग हो गया है। महिलाएं सरकार से मांग कर रही हैं कि गैस सिलेंडर की कीमतों में कमी की जाए, ताकि वे अपने घरों का खर्चा सही तरीके से चला सकें और महंगाई के बीच थोड़ा राहत महसूस कर सकें। महंगाई का असर आम लोगों पर पड़ रहा है, खासकर जिनकी कमाई सीमित है। 50 रुपए की बढ़ोतरी से एक महीने में कुल खर्चा बढ़ जाएगा। अगर यह बढ़ोतरी सरकार वापस नहीं लेती तो और भी समस्याएं होंगी।
महिलाओं ने कहा है महंगाई बढऩे से पहले ही हमारी जेब पर बोझ पड़ा हुआ था और अब गैस सिलेंडर की कीमत में यह बढ़ोतरी एक और चिंता का कारण बन गई है। महिलाएं घर के खर्चों को नियंत्रित करती हैं, और अब यह बोझ और बढ़ेगा। एक अन्य महिला ने कहा कि सरकार को सिलेंडर का रेट कम करना चाहिए। गृहणी आरती ने कहा कि सरकार को रेट कम करना चाहिए लेकिन उन्होंने रेट बढ़ा दिए हैं। उनका कहना है कि सरकार अगर हर चीज की रेट बढ़ाती रहेगी तो आम लोग गुजारा कैसे करेंगे। रेट कम करने की जगह रेट बढ़ा दी गई एक तो वे पहले ही मुश्किल से सिलेंडर का जुगाड़ होता था। उस पर सरकार ने अब इसके रेट को और बढ़ा दिया है।
ढाई साल बाद बढ़े रसोई गैस के दाम, फिर चढ़ेगा रसोई खर्च का पारा एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 50 रुपए की वृद्धि

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