नई दिल्ली(एजेंसी):मौजूदा लोकसभा का कार्यकाल तीन जून को समाप्त होना है,चुनाव कार्यक्रम की घोषणा होते ही देशभर में आज से आदर्श आचार संहिता लागू हो गई। इस चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पुन: सत्ता में लौटने की कोशिश करेंगे, तो दूसरी ओर भाजपा के खिलाफ कई राजनीतिक दल एकजुट होकर पार्टी को फिर से सत्ता में आने से रोकने का प्रयास करेंगे। आचार संहिता लागू हो जाने के बाद सरकार नीतिगत निर्णय नहीं ले सकेगी।
लोकसभा चुनाव कार्यक्रम 2019
चरण पहला दूसरा तीसरा चौथा पांचवां छठा सातवां
तारीख 11 अप्रैल 18 अप्रैल 23 अप्रैल 29 अप्रैल 6 मई 12 मई 19 मई
सीटें 91 97 115 71 51 59 59
राज्य 20 13 14 9 7 7 8
चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस Live Updates
– लोकसभा चुनाव 7 चरणों में होंगे और मतगणना 23 मई को होगी।
– पहले चरण का चुनाव 11 अप्रैल, दूसरा चरण 18 अप्रैल, तीसरा चरण 23 अप्रैल, चौथा चरण 29 अप्रैल, पांचवां चरण 6 मई, छठा चरण 12 मई और सातवें चरण का मतदान 19 मई को होगा।
– जनवरी में लोकसभा चुनाव की सुरक्षा को लेकर सभी राज्यों के मुख्य सचिवों से बातचीत की।
– रेलवे के साथ भी चुनाव आयोग ने बैठक की।
– चुनावी खर्च को लेकर आयकर विभाग से चर्चा की गई।
– चुनाव के दौरान आने वाले त्योहारों और मौसम का भी ध्यान रखा गया।
– इस बार वोटरों की संख्या में 84.3 मिलियन की बढ़ोतरी हुई है।
– चुनाव में 90 करोड़ वोट डाले जाएंगे।
– 1590 पर फोन कर मतदाता यह जान सकते हैं कि उनका नाम वोटर लिस्ट में है या नहीं।
– लोकसभा चुनाव के लिए हेल्पलाइन नंबर 1950, शिकायत के 100 मिनट के भीतर कार्रवाई होगी।
– ईवीएम की जीपीएस टॅैकिंग की जाएगी, पोलिंग अधिकारियों की गाड़ियों में जीपीएस होगा।
– 1.5 करोड़ मतदाता ऐसे हैं जिनकी उम्र 18 से 19 के बीच है।
– 99.3 प्रतिशत मतदाताओं के पास वोटर आईडी।
– मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी लगाए जाएंगे।
– 10 लाख बूथ पर वोट डाले जाएंगे, सभी पोलिंग बूथ पर वीवीपैट का इस्तेमाल होगा।
– ईवीएम पर सभी उम्मीदवारों के फोटो होंगे।
– रात 10 से सुबह 6 बजे तक लाउडस्पीकर का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे।
– चुनाव में नोटा का इस्तेमाल होगा।
– सभी संवेदनशील इलाके में सीआरपीएफ के जवान तैनात होंगे।
– निष्पक्ष चुनाव के लिए सभी पुख्ता इंतजाम किये जाएंगे।
2014 लोकसभा चुनाव की स्थिति
2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को सबसे ज्यादा 282 सीटें मिली थीं। जबकि देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस महज 44 सीटों पर सिमट कर रह गई। वहीं दूसरी ओर एआईएडीएमके ने 37, तृणमूल कांग्रेस ने 34 और बीजू जनता दल ने 20 सीटों पर कब्जा जमाया था। अगर देश के सबसे बड़े लोकसभा क्षेत्र वाले राज्य उत्तर प्रदेश की बात करें तो यहां के हालात भी 2014 में पूरी तरह से भाजपा के साथ थे। यहां भाजपानीत गठबंधन ने 73 सीटें जीती थी, जबकि समाजवादी पार्टी केवल 2 सीट पर सिमट गई। वहीं कांग्रेस को भी सिर्फ 2 सीटें मिली और बसपा एक भी सीट हासिल करने में कामयाब नहीं हो सकी।