लोक अदालत में रूठे पिया को मनायाः 75 साल के पति संग गईं 65 वर्षीय पत्नी, बुजुर्ग दंपती के जीवन में लौटीं खुशियां

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अलीगढ़(एजेंसी):लोक अदालत में शनिवार का दिन खास था। मेला जैसा नजारा था। 65 वर्षीय महिला ने कई साल से रुठे चल रहे 75 वर्षीय पति को देखा तो सारे विवाद खत्म हो गए। बुजुर्ग दंपत्ती के जीवन फिर से आई खुशी को देखकर हर कोई गदगद था। शादी के कुछ दिन बाद ही विवाद शुरू हो गया था। बात इतनी बढ़ी की बात अदालत तक पहुंच गई।2003 में शादी और 2006 में अदालत में मुकदमा होने के बाद दोनों पक्ष परेशान थे। उनका भी विवाद सुलझ गया। विधिक सेवा प्राधिकरण की इस वर्ष की दूसरी लोक अदालत में 106263 वादों का सुलह समझौते व प्रीलिटिगेशन के तहत निस्तारण किया गया। 24 करोड़ 4 लाख 56 हजार 323 रुपये की राशि जुर्माना व प्रतिकर के तौर पर निर्धारित की गई।

32703 वादों का निस्तारण

इस दौरान सभी न्यायालयों में सुलह समझौते के आधार पर 32703 वादों का निस्तारण कर 10 करोड़ 4 लाख 78 हजार 393.23 रुपये जुर्माना वसूला गया। स्थायी लोक अदालत द्वारा 24 वाद का निस्तारण कर 2626000 रुपये धनराशि तय की गई। उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग द्वारा 6 वाद का निस्तारण कर 1372682 रुपये धनराशि तय की गयी। बैंक व प्रशासन द्वारा प्री-लिटिगेशन के माध्यम से 73450 वादों का निस्तारण कर 139978210 रुपये प्रतिकर राशि तय की गई।

प्री-लिटिगेशन वैवाहिक वाद में 110 वादों का निस्तारण किया गया व 13 जोड़े साथ-साथ गए। परिवार न्यायालय द्वारा 34 जोड़े को साथ-साथ उनके घर भेजा गया।

समझौते के आधार पर दोनों पक्ष विजयी

इससे पहले जिला जज अनुपम कुमार, प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय रणधीर सिंह, वाणिज्यिक न्यायालय के पीठासीन अधिकारी विवेक त्रिपाठी, एमएसीटी के पीठासीन अधिकारी जय सिंह पुंढीर व सचिव विधिक सेवा प्राधिकरण नितिन श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से लोक अदालत का शुभारंभ किया। जिला जज ने कहा कि लोक अदालत में आपसी समझौते के आधार पर मामलों का निपटारा होता है। समझौते के आधार पर दोनों पक्ष विजयी होते हैं।

ये रहे मौजूद

दि अलीगढ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार सिंह, सचिव दीपक बंसल, दि सिविल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विनोद कुमार सक्सेना, एडीजे हरविन्द्र सिंह, सुभाष चन्द्रा, राकेश वशिष्ठ, संजय कुमार यादव, प्रदीप कुमार जयंत, प्रदीप कुमार राम, अभिषेक कुमार बागडिय़ा, पारुल अत्री, रवीश कुमार अत्री, नवल किशोर सिंह, अनिल कुमार, विनय तिवारी, ललिता गुप्ता, अमित कुमार तिवारी, अंजू राजपूत, ज्ञानेन्द्र सिंह-द्वितीय, रचना, सीजेएम शिवम कुमार के अलावा अन्य न्यायिक अधिकारियों में अशोक कुमार सिंह आदि थे। परिवार न्यायालय के काउंसलर योगेश सारस्वत, मीडिएटर योगेंद्र उपाध्याय, योगेश शंकर भारद्वाज, अनीता गर्ग, प्रमोद कुमार कुलश्रेष्ठ, विनोद कुमार, अतेना कुमार, यशपाल, देवेंद्र, आदर्श, राजेंद्र त्यागी आदि थे।

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