कोरबा@M4S: एसईसीएल कुसमुंडा खदान में हादसों का क्रम थमने का नाम नहीं ले रहा है। खदान के ढलान में क्रेन पलटने की घटना सामने आई है। जिसमें आपरेटर घायल हुआ है। उसके सिर पर चोट आई है। तीन दिन के भीतर यह तीसरी दुर्घटना है।
एसईसीएल कुसमुंडा खदान में सोमवार की सुबह लगभग 8 बजे यह हादसा हुआ। बताया जा रहा है कि क्रेन खदान की ओर जा रही थी। जिसे आपरेटर एसईसीएल कर्मी रामकुमार लहरे चला रहा था। खदान के ढलान में अचानक क्रेन का इंजन बंद हो गया। इसके साथ ही स्टेयरिंग भी लॉक हो गया। बे्रक लगाने पर बे्रक नहीं लगा। ढलान पर तेज रफ्तार के्रन टीले से टकराकर पलट गई। हादसे में आपरेटर रामकुमार के सिर पर चोट लगी है। खदान में काम कर रहे अन्य सहकर्मियों ने हादसे की सूचना अधिकारियों को दी। इसके बाद चालक को आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया गया। खदानों से कोयला उत्पादन बढ़ाने पूरा जोर लगाया जा रहा है। ऐसे में खदानों में हादसों का क्रम भी बढऩे लगा है। कुसमुुंडा खदान में ही पिछले तीन दिन के भीतर उक्त हादसा तीसरा हादसा है। 29 दिसंबर की देर रात खदान के भीतर लोडर से काम लिया जा रहा था। काम के दौरान लोडर अनियंत्रित होकर पलट गई। हालांकि किसी तरह की जनहानि की खबर नहीं है। इसके बाद 31 दिसंबर को कुसमुंडा खदान में नियोजित नीलकंठ कंपनी की एक इस्केनिया वाहन ओबी फेस में मिट्टी अनलोड कर धंसकर पलट गई। बताया जा रहा है कि कुसमुंडा पुलिस को प्रबंधन द्वारा सूचना देने में कोताही बरती गई है।
रखरखाव पर उठ रहे सवाल
खदान में हो रहे लगातार हादसों से वाहनों के रखरखाव पर सवालिया निशान लग गया है। बताया जाता है कि मशीनों के मरम्मत समय पर नहीं की जाती। यूनियन नेता भी रखरखाव पर सवाल उठाते रहे हैं। उनकी माने तो वाहनों में कई तरह की समस्याएं बनी हुई है। पार्किंग ब्रे्रक सहित अन्य कमियों की वजह से इस तरह की घटनाएं हो जाती है।