कोरबा@M4S:कोरबा शिक्षण समिति द्वारा संचालित, अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय से सम्बद्ध कोरबा कंप्यूटर महाविद्यालय द्वारा आयोजित दूरस्थ आदिवासी अंचल स्थित स्कूलों की कक्षा बारहवीं सी.बी.एस.ई, सी.जी. बोर्ड एवं कंप्यूटर अवेयरनेस टेस्ट में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया। केसीसी परिसर में आयोजित सम्मान समारोह में उपस्थित विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि हमारे आदिवासी जिला कोरबा के होनहार विद्यार्थी न केवल प्रदेश में बल्कि पूरे भारतवर्ष के साथ-साथ विदेशों में भी अपना नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने अपने स्कूल के दिनों को साझा करते हुए कहा कि हमारे साथ के विद्यार्थी डॉक्टर, इंजीनियर, सीए, बड़े-बड़े उद्योगपति, आईपीएस, आईएएस, विधायक, मंत्री बन चुके हैं। वैसे आप लोग भी मेहनत एवं प्रतिभा के बल पर इन ऊंचाइयों को छू सकते हैं। उन्होेंने कहा कि सपना भी देखे और बड़ा लक्ष्य लेकर आगे बढ़े और आत्मविश्वास तथा कड़ी मेहनत को हथियार बनाए, सफलता अवश्य मिलेंगी।
कार्यक्रम का प्रारंभ पारंपरिक रूप से मां सरस्वती के सामने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। डायरेक्टर राजेश अग्रवाल ने अतिथियों का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया।
दूरस्थ वनांचल क्षेत्र कोरकोमा, हरदीबाजार, जटगा, पंतोरा, कटघोरा, रामपुर, दीपका, सरगबुंदिया, भैसमा सहित शहरी क्षेत्रों बालको, जमनीपाली, कुसमुंडा, कोरबा नगरी क्षेत्र के करीबन 100 से अधिक विद्यार्थी, अभिभावक, प्राचार्य, शिक्षक सहित गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति में प्रतिभावान विद्यार्थियों को अतिथियों द्वारा मेडल एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।
विशिष्ट अतिथि निगम सभापति श्यामसुंदर सोनी ने अपने उद्बोधन में कहा कि सफलता सिर्फ कड़ी मेहनत और लगन से ही मिलती हैं। उन्होंने सभी को आगे बढ़ने के लिये सतत् प्रयास का संदेश दिया।
विशिष्ट अतिथि अग्रवाल सभा एवं जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष श्रीकांत बुधिया ने सभी छात्रों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी एवं कोरबा शिक्षण समिति के चेयरमैन एवं कोरबा कंप्यूटर महाविद्यालय के निर्देशक ने कार्यक्रम के बारे में प्रकाश डालते हुए बताया कि दूरस्थ ग्रामीण अंचल स्थित स्कूलों के प्रतिभावान विद्यार्थियों को आगे बढ़ाने कालेज द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जाता है ताकि बच्चों को कैरियर बनाने में मदद मिल सकें।
साधारणतया देखा जाता है कि ग्रामीण स्कूलों के बच्चों को बोर्ड में अच्छे नंबर लाने के बाद भी प्रोत्साहन नही मिलता और वे आगे बढ़ नही पाते। हम ऐसे प्रतिभावान बच्चों के कैरियर बनाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। वे सम्मान पाकर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित होते हैं।
कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाओं एवं छात्रों का विशेष योगदान रहा। डायेरक्टर राजेश अग्रवाल ने सभी का आभार जताया।
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