झीरम घाटी कांड को शहादत दिवस के रूप में मनाया

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कोरबा@M4S:जिला कांग्रेस कमेटी कोरबा ने टी पी नगर स्थित जिला कांग्रेस कार्यालय कोरबा में झीरम घाटी घटना में शहीद हुए कांग्रेस नेताओं को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. पलक वर्मा ने कहा झीरम घाटी घटना में हमने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को हमेशा के लिए खो दिया। उनकी शहादत से जो स्थान रिक्त हुआ है उसकी भरपाई मुश्किल है। उन्होने कहा कि नक्सल विचारधारा का अंत होना ही छत्तीसगढ़ के हित में है। 25 मई 2013 को हुई घटना ने छत्तीसगढ़ सहित पुरे भारत को हिलाकर रख दिया था।
महापौर राजकिशोर प्रसाद ने झीरम हादसे को आजाद भारत की सबसे बड़ी वारदात बताया जिसमें तत्कालिन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नंद कुमार पटेल, महेन्द्र कर्मा, विद्याचरण शुक्ल, उदय मुदलियार, दिनेश पटेल, योगेन्द्र शर्मा सहित अन्य कांग्रेस नेता व सुरक्षा कर्मी शहीद हो गये। इस घटना ने राज्य की भाजपा सरकार की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी थी। सभापति श्यामसुंदर सोनी ने कहा झीरम घटना भाजपा के साजिश का हिस्सा था तत्कालिन प्रदेश सरकार द्वारा इस घटना की जॉच नही कराने के कारण कई प्रकार के सवाल खड़े होने स्वाभाविक था। जिला कांग्रेस अध्यक्ष सपना चौहान ने कहा कि 10 वर्ष पहले जब यह घटना हुई, कांग्रेस के पक्ष में सकारात्मक वातावरण बन रहा था। संभावित नतीजों के जानकार इस तरह का जाल बुना गया जिससे छत्तीसगढ़ की राजनीति दागदार हो गई। आजाद भारत के इतिहास में यह सबसे बड़ा माओवादी हमला था और राजनेताओं की हत्या की दृष्टि से भी यह सबसे बड़ा था।
महिला कांग्रेस अध्यक्ष कुसुम द्विवेदी का कहना था कि कांग्रेस नेताओं की शहादत कभी भी व्यर्थ नही जाएगी और इसके परिणाम नए सूर्योदय के रूप में सामने आएंगे। छ.ग. में शांती और सुरक्षा के साथ खुशहाल होगी। ब्लॉक अध्यक्ष संतोष राठौर ने कहा कि नक्सलियों की गोलियों ने उन परिवारों को अनाथ कर दिया जिनके चेहरे देखकर बच्चे विश्वास के साथ बड़े हो रहे थे। उन शहीदों के सपनों को पुरा करने का हम सब का कर्तव्य है। ब्लॉक अध्यक्ष राजेन्द्र तिवारी ने कहा कि झीरम घाटी की घटना को 10 साल हो गये लेकिन आज भी इस घटना को हम नही भुल पाए और कभी भूल भी नही पाएंगे। युवा कांग्रेस अध्यक्ष राकेश पंकज ने कहा कि झीरम घाटी की घटना में नक्सलियों ने जो तांडव मचाया जिसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ कुल 32 लोग शहीद हुए। इस काले दिन को छत्तीसगढ़ के वासी कभी नही भुल सकते।
कार्यक्रम के प्रारंभ में शहीद नेताओं को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शहीद नेताओं के तैलचित्र पर माल्यार्पण किया गया तत्पश्चात् शहीद नेताओं की याद में दो मिनट का मौन रखकर उन्हे श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान सुनील निर्मलकर, सुजीत बर्मन, भुनेश्वर राज, कमलेश शर्मा, शशी अग्रवाल, लक्ष्मी महंत, पार्षद अरूण वर्मा, रोपा तिर्की, तारकेश्वर मिश्रा, राजेश यादव, त्रिवेणी मिरी, भुनेश्वर दुबे, सत्येन्द्र ठाकुर, बजरंग अग्रवाल, कुलदीप सिंह, पंकज सिंह, ओम पटेल, रूपेश साहू, आदि ने झीरम घाटी घटना में शहिद हुए कांग्रेस नेताओं को श्रद्धांजली दी।

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