इंदौर (एजेंसी) भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच इंदौर में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच की पिच को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने ‘खराब’ पिचों की श्रेणी में डाल दिया था। इसके बाद बीसीसीआई ने 14 मार्च को इस फैसले के खिलाफ अपील की थी। अब आईसीसी ने बीसीसीआई की अपील पर पिच की रेटिंग बदल दी है और नया फैसला सुनाया है। आईसीसी ने इंदौर के होलकर स्टेडियम की पिच की रेटिंग ‘खराब’ से बदलकर ‘औसत से नीचे’ कर दिया है।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज का तीसरा टेस्ट इंदौर में तीन दिन के अंदर खत्म हो गया था। आईसीसी पिच और आउटफील्ड मॉनिटरिंग प्रक्रिया के तहत इंदौर के पिच को खराब बताया गया था। दोनों टीमों के स्पिनरों को पहले दिन की शुरुआत से ही स्पिन के अनुकूल सतह से काफी मदद मिली थी। पहले दिन 14 में से 13 विकेट स्पिनर्स ने लिए थे।
पूरे मैच के दौरान गिरे 31 विकेटों में से 26 स्पिनरों ने लिए, जबकि केवल चार विकेट तेज गेंदबाजों के खाते में गए। एक बल्लेबाज रन आउट हुआ। इस टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने स्टीव स्मिथ की कप्तानी में भारत को हराया था। इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए क्वालिफाई कर लिया था। हालांकि, टीम इंडिया ने चार मैचों की टेस्ट सीरीज 2-1 से अपने नाम की थी। अहमदाबाद में खेला गया आखिरी टेस्ट ड्रॉ रहा था।
आईसीसी पिचों को इन पांच आधार पर रेटिंग करता है
- बहुत अच्छा (Very Good)
- अच्छा (Good)
- औसत (Average)
- औसत से नीचे (Below Average)
- खराब (Poor)
- अनुपयुक्त (Unfit)
होलकर स्टेडियम को आईसीसी ने तीन डिमेरिट पॉइंट्स दिए थे। काउंसिल ने यह फैसला मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड के पिच को लेकर रिपोर्ट जमा करने और भारतीय कप्तान रोहित शर्मा, ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ से बात करने के बाद लिया था। इसके बाद बीसीसीआई ने आईसीसी के फैसले के खिलाफ अपील की थी। आईसीसी का दो सदस्यीय पैनल इस मामले में जांच के बाद और फैसले की समीक्षा करने के बाद पिच की रेटिंग बदल दी है। अब रेटिंग बदलने की वजह से डिमेरिट पॉइंट भी घटे हैं। तीन डिमेरिट पॉइंट की जगह अब पिच को सिर्फ एक डिमेरिट पॉइंट मिला है।
पिच पर बात करते हुए मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने कहा- पिच बहुत सूखी थी। वह बल्ले और गेंद के बीच संतुलन नहीं बना पा रही थी। पिच पर शुरू से ही स्पिनरों को बोलबाला रहा। मैच की पांचवीं गेंद पिच की सतह से टूट गई। साथ ही होलकर स्टेडियम की पिच पर सीम मूवमेंट बहुत कम या न के बराबर हुआ। पूरे मैच में अत्यधिक और असमान उछाल था।
आईसीसी पिच और आउटफील्ड मॉनिटरिंग प्रक्रिया के मुताबिक, अगर कोई पिच पांच साल की रोलिंग पीरियड में पांच या उससे ज्यादा डिमेरिट अंक पाता है तो उसे 12 महीने की अवधि के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की मेजबानी करने से निलंबित कर दिया जाता है। ऐसे में होलकर स्टेडियम को तीन डिमेरिट अंक मिले थे, जिसे अब घटाकर एक कर दिया गया है। इससे निलंबन का खतरा भी टल गया है।
खराब पिच के कारण इंदौर पहले भी नुकसान उठा चुका है। होलकर स्टेडियम के अलावा यहां क्रिकेट के लिए नेहरू स्टेडियम भी था। 25 दिसंबर 1997 को भारत और श्रीलंका के बीच नेहरू स्टेडियम में वनडे मैच खेला गया था, जिसे सिर्फ 18 गेंद के बाद रद्द कर दिया गया था।
श्रीलंका के तत्कालीन कप्तान अर्जुन रणतुंगा ने आरोप लगाए थे कि पिच ठीक से तैयार नहीं की गई और उन्होंने इस पर खेलने से इनकार कर दिया था। इसके बाद आईसीसी ने इस स्टेडियम पर प्रतिबंध लगा दिया था। ऐसे में शहर को अंतरराष्ट्रीय मैच मिलने बंद हो गए थे।