31 अगस्त को होने वाले थे सेवानिवृत्त
पवन ने इस साल 31 अगस्त को सेवानिवृत्त होना था। पवन के परिवार में माता-पिता, पत्नी और बेटा-बेटी हैं। पार्थिव देह आज शाहपुर पहुंचेगी और राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। जब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा, हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के फोन गरज सिंह को आए, उनका स्वर संयत था जबकि बरामदे में बलिदानी की माता का करुण विलाप सुनाई दे रहा था।
सीएम सुक्खू ने बलिदानी के पिता को किया फोन
बलिदानी का 23 वर्षीय बेटा अभिषेक और 22 वर्षीय बेटी अनामिका राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला में स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रहे हैं। वीरनारी सुषमा देवी गृहिणी है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की ओर से की जा रही कार्रवाई के बीच पवन कुमार जिला कांगड़ा के पहले बलिदानी हैं। वह एक महीने पहले छुट्टी काटकर लौटे थे।मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बलिदानी के पिता से फोन पर कहा कि प्रदेश सरकार इस दुख की घड़ी में उनके परिवार के साथ है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि पवन का बलिदान देश कभी नहीं भूलेगा, सरकार हमेशा परिवार के साथ है। कांगड़ा के सांसद डॉक्टर राजीव भारद्वाज, विधायक केवल सिंह पठानिया और पूर्व विधायक सरवीण चौधरी ने भी बलिदानी के घर पहुंचकर दुख प्रकट किया।