कोरबा@M4S: ससुराल में नव प्रसूता पत्नी को अपने घर ले जाने के लिए पहुंचे पति ने विवाद किया। उस पर आरोप है कि उसने जलाने की नीयत से पेट्रोल छिड़ककर जलाने का प्रयास किया लेकिन आसपास के लोगों के पहुंचने के कारण वह सफल नहीं हो सका और भाग निकला। नवजात शिशु के शरीर पर पेट्रोल पड़ जाने के कारण उसे ऐहतियात के तौर पर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मामला कोरबा जिले के दर्री थाना क्षेत्र के अयोध्यापुरी बस्ती का है। यहां की रहने वाली रजनी पाटले और यशोदानंदन ने एक वर्ष पूर्व सर्वमंगला मंदिर में प्रेम विवाह किया था। अभी 22 अगस्त 2024 को रजनी ने जिला अस्पताल में ऑपरेशन के जरिए पुत्री को जन्म दिया। प्रसव के बाद वह अपने मायके जैलगांव में रहने चली गई। कल रविवार को रात करीब 8 बजे रजनी और पुत्री को लेने के लिए यशोदा नंदन ससुराल पहुंचा था। वहां रजनी ने अपनी तबीयत और बच्चों का अभी-अभी जन्म होने का हवाला देकर कुछ दिन बाद घर चलने की बात कही। इसी बात को लेकर दोनों के बीच कहा-सुनी होते-होते विवाद बढ़ गया। शराब के नशे में पहुंचे यशोदा नंदन ने जब माहौल बिगाड़ना शुरू किया तो बीच बचाव करने उसकी सास के अलावा रजनी की बहन अमृता, पड़ोसी मनीषा और अन्य लोग भी आ गए।
इस बीच यशोदा नंदन घर में बाइक छोड़कर चला गया और कुछ देर बाद लौटा तो उसके हाथ में पेट्रोल से भरी बोतल थी। वह इस पेट्रोल को गाड़ी में डालने के लाया था या फिर जलाने की नीयत से, इसका तो पता नहीं चल सका है लेकिन जब पेट्रोल लेकर आया तो या बात निकल पड़ी कि उसने पेट्रोल छिड़क कर जलाने की मंशा से इसे लाया है और पेट्रोल की बोतल छीनने की झूमाझटकी के प्रयास में पेट्रोल नवजात सहित अन्य लोगों पर छिड़का गया। इसके बाद आसपास के लोग वहां इकट्ठा हुए तो भीड़ देखकर यशोदा नंदन भाग निकला। इधर पेट्रोल के शरीर पर पड़ने से मासूम बच्ची को किसी तरह की तकलीफ के मद्देनजर तत्काल जिला अस्पताल लाया गया और गहन उपचार कक्षा में भर्ती रखा गया है। अस्पताल से मेमो प्राप्त होने के बाद जिला अस्पताल चौकी प्रभारी के द्वारा पीड़िता का कथन कलमबद्ध किया गया है। आगे की विवेचना दर्री पुलिस द्वारा की जाएगी।