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नई दिल्ली(एजेंसी): शरीर को हेल्दी बनाए रखने के लिए खानपान का सही होना बेहद जरूरी होता है। जब हम हेल्दी डाइट लेते हैं तो हमारे शरीर को सभी जरूरी पोषण मिल जाते हैं। शरीर में विटामिन की कमी के कारण आपको कई गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं। विटामिन कई तरह के होते हैं।
ज्यादातर लोग विटामिन A, B, C, D, E और K के बारे में ही जानते हैं लेकिन क्या आपने कभी Vitamin P के बारे में सुना है? भले ही ये आपको नया लगे लेकिन विटामिन पी हमारी सेहत के लिए बेहद जरूरी होता है। ये शरीर को कई गंभीर नुकसान से बचाने में मदद करता है। विटामिन पी की कमी होने पर आपको कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आज हम आपको अपने लेख में बताएंगे कि विटामिन पी क्या है और आप इसे किन तरीकों से ले सकते हैं। आइए जानते हैं विस्तार से-
विटामिन P क्या होता है?
विटामिन पी असल में कोई एक अकेला विटामिन नहीं है। यह बायोफ्लेवोनॉइड्स का एक ग्रुप होता है, जिसे विटामिन P नाम से भी जाना जाता है। ये शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। ये हमारे शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं। यह विटामिन C के साथ मिलकर काम करता है। फलों, सब्जियों, चाय, कोको और वाइन में कई प्रकार के बायोफ्लेवोनॉइड्स पाए जाते हैं।
विटामिन पी के फायदे
- इम्यून सिस्टम को बनाए मजबूत।
- ब्लड वेसल्स को भी मजबूती दे।
- शरीर में लचीलापन बनाए रखे।
- स्किन को बनाए हेल्दी और ग्लोइंग।
- एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण से भरपूर।
- दिल और दिमाग को रखे हेल्दी।
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विटामिन P की कमी के लक्षण
- गठिया की समस्या
- जोड़ों में दर्द और सूजन
- स्कर्वी की बीमारी
- दांतों और मसूड़ों से खून आना
- स्किन और बालों का ड्राई होना
- शरीर में खून की कमी
इन तरीकों से ले सकते हैं विटामिन पी
- नींबू, संतरा, मौसमी जैसे फलों में बायोफ्लेवोनॉइड्स की अच्छी मात्रा होती हैं। ये विटामिन C के साथ मिलकर शरीर को कई बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं।
- हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, मेथी, सरसों के साग में भी फ्लेवोनॉइड्स पाए जाते हैं। ये शरीर में सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
- इसके अलावा ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, अमरूद और आंवला भी एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं। ये इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने में मदद करते हैं।
- प्याज, लहसुन और मिर्च भी विटामिन पी का बढ़ियां स्त्रोत होते हैं। ये हार्ट को हेल्दी रखने में मदद करते हैं।
- ग्रीन टी और ब्लैक टी में मौजूद कैटेचिन्स और फ्लेवोनॉइड्स शरीर को डिटॉक्स करने का काम करते हैं। इससे मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद मिलती है।
डेली डाइट में कैसे शामिल करें?
- सुबह एक ग्लास नींबू पानी पिएं।
- सेब, अमरूद या कुछ बेरीज ले सकते हैं।
- लंच और डिनर में हरी सब्जियाें और सलाद को शामिल करें।
- ग्रीन टी या नींबू वाली हर्बल चाय जरूर पिएं।
- घर के खाने में प्याज-लहसुन का इस्तेमाल करें।