रिपोर्ट:राजेश साहू
दीपका: विगत 21 दिनों से दीपका गौरव पथ में भारी वाहनों के आवागमन के विरोध के लिए धरने पर बैठे उमागोपाल ने दिपकावासियों द्वारा किए गए दो दिवसीय चक्काजाम का समर्थन किया एवं प्रशासन की तरफ से चक्काजाम को खुलवाने आए दीपका तहसीलदार विनय देवांगन का विरोध करते हुए कहा की राजपत्र में प्रकाशित नियमानुसार परिवहन नही करने के कारण दीपका नगर पालिका में जनता की स्थिति दयनीय हो गई है
गौरतलब है की कल रविवार को गौरव पथ संघर्ष समिति के सदस्य दिनेश जायसवाल का हृदयाघात से आकस्मिक निधन हो गया था जो गौरव पथ में भारी वाहनों के परिचालन के मुखर विरोधी थे , ऐसे में जैसे ही दीपका नगर वासियों को इस बात की खबर मिली उन्होंने गौरव पथ में भारी वाहनों का आवागमन अवरूद्ध करवा दिया । आवागमन अवरूद्ध होते ही ट्रांसपोर्टरों व प्रशासन में हड़कंप मच गया । एवं आनन फानन में आज दीपका तहसीलदार ने आकर उस मार्ग को खिलवाया व आश्वासन दिया की उक्त मांगों के संबंध में आदरणीय कटघोरा एसडीएम महोदया आज शाम दीपका आएंगी व उचित कार्यवाही करेंगी । और उन्होंने यह भी कहा की नो एंट्री लगवाने का काम वो खुद करवाएंगे , ऐसा कहते हुए उन्होंने दीपका वासियों द्वारा किया गया चक्काजाम खुलवा दिया ।
हालांकि उसके तत्काल उपरांत 4 बजे नो एंट्री लगवाने के समय में न तो वो स्वयं आए और न ही किसी को उनके द्वारा भेजा गया , ऐसे में दीपका वासियों द्वारा पुनः 4 से 7 बजे तक नो एंट्री लगवाया गया ।
पूरे आंदोलन के सूत्रधार समिति से सदस्य शेत मसीह ने जानकारी देते हुए कहा की 21 में से 16 पार्षदों ने दीपका गौरव पथ में भारी वाहन चलाने की अनापत्ति को निरस्त करने के लिए नगर पालिका को पत्र लिखा है , लोग प्रतिदिन इस सड़क के विरोध में आंदोलन कर रहे हैं , ऐसे में भी अगर प्रशासन नही सुनता है तो फिर दीपका की जनता के पास स्वयं ही आवागमन अवरूद्ध करने के अलावा कोई खास विकल्प बच नहीं जाता है और आने वाले समय में इस सड़क को में भारी वाहन को प्रतिबंधित करवाने वृहद आंदोलन किया जाएगा और इस निरंकुश होती व्यवस्था पर लोकतांत्रिक तरीके से चौतरफा हमला किया जाएगा । उन्होंने आगे कहा की दीपका क्षेत्र के लोगों का दुर्भाग्य यह है की कुछ दलाल प्रवृत्ति के लोगों के हाथ में हमने दीपका का संचालन सौंप रखा है ऐसे में अगर जनप्रतिनिधि इस सड़क के विरोध में जनता के साथ खड़े नही होते हैं तो आने वाले चुनावों में दीपका की जनता अपने बच्चो का भविष्य बचाने के लिए स्वयं मैदान में उतरेगी ।
पूरे आंदोलन के दौरान संघर्ष समिति के तरफ से उमागोपाल , शेत मसीह , बंशीदास महंत , सुरेश महिलांगे , भारत पटेल , गोविंदा , क्रांति पटेल , कुसुम सोनी ,गुप्ता जी और ट्रांसपार्टरों कि तरफ से विशाल अग्रवाल , बाबा ठाकुर , मुकेश जायसवाल आदि उपस्थित थे ।