कोरबा@M4S: विकासखंड पोड़ी उपरोड़ा के ग्राम पंचायत बिंझरा के आश्रित ग्राम त्रिखुटी के लोग स्वप्रेरणा से अपने आने जाने का रास्ता लगभग 3 किलोमीटर दूरी को खुद काम कर आने जाने लायक बना रहे हैं । सरकार चाहे कितना भी विकास की ढिंढोरा पीट ले लेकिन आज भी विशेष जनजाति पंडो समुदाय के लोगों को आने-जाने का सुविधा मुहैया नहीं हो पाया। भारत 75 वें स्वतंत्रता दिवस ,मना रहा है। लेकिन हमारे मूलनिवासी वनवासी लोग अपने आने जाने के रास्ता समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण व वन मार्ग से करते है। वन मार्ग बरसात में इतना खराब हो जाता जिसमे चलना भी दूभर हो जाता है।
बिंझरा से होते हुए त्रिखुटी जाने वाला रास्ता पैदल चलने लायक भी नहीं है। यह रास्ता दो ब्लाकों को जोड़ता है त्रिकुटी के आगे ग्राम बखाई, जो पाली विकासखंड में आता है । इसी रास्ता से होते हुए जेमरा, बगदरा , तक जाया जा सकता है। त्रिखुटी मे लगभग 70 परिवार पंडो परिवार निवासरत है इनका मुख्य रास्ता आने जाने का एक ही है जो त्रिखुटी से बिंझरा तक आते हैं किसी भी आपात काल में यहां 108 या अन्य वाहन नहीं पहुंच पाता या तो चारपाई में लाना पड़ता है या कुछ भी मशक्कत कर मरीजों को या अनहोनी घटना होने पर लगभग 5 किलोमीटर चढ़ाई वन मार्ग से बिंझरा पहुंचा जा सकता है ।कई बार शासन प्रशासन को जनप्रतिनिधि को अवगत कराने के बाद भी यह रास्ता आज भी पत्थरों गड्ढा एवं बरसात के पानी से पूरा पूरा हर वर्ष रास्ता खत्म हो जाते हैं। जिससे परेशान होकर सामुहिक श्रमदान से समाज के लोग एवम् एकता परिषद के प्रेरणा से व एकता परिषद के सहयोग से स्वयं श्रमदान कर रोड को आज बनाने का निर्णय लिया जिसमें सभी साथियों ने बढ़ चढ़कर अपने आने-जाने लायक रास्ता को बनाकर अपने गांव वालों को सुविधा प्रदान करने की कोशिश आज इस श्रमदान में श्री दयाराम पंडो ,मायाराम पडो , बृजलाल पंडो ,समारिन भाई और पूनी राम यादव भीम राम पंड़ो ,दुकालू पंड़ो ,जय सिंह ,सेवा राम यादव, भरत पंड़ो , त्रिपुटी के सभी नागरिकों ने हाथ बढ़ा कर अपने आने जाने रास्ता बनाने की प्रयास किए हैं।
GOOD NEWS:पहाड़ी कोरवाओं ने बना लिया तीन किलोमीटर रास्ता
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