कोरबा@M4S: शादियों के सीजन में सोने की महंगाई ने टेंशन बढ़ती है। हर दिन सोना एक नया रिकॉर्ड कायम कर रहा है। जिन घरों में शादी होनी है वहां सोनी चांदी की खरीदी हो रही है, लेकिन सोने के बढ़ते दामों ने शादी का बजट बढ़ा दिया है। आने वाले दिनों में सोने के दाम और बढ़ाने के पूरे आसार हैं।
सोने के दाम ने शनिवार को नया रिकॉर्ड कायम कर दिया है। छत्तीसगढ़ में यह पहली बार हुआ है जब गोल्ड के दाम पांच दिनों में बढक़र लॉन्ग टर्म हाइक के बाद 96,800 तक पहुुंच गए। सराफा कारोबारियों ने बताया कि अगले हफ्ते तक सोने के दाम एक लाख रुपए को पार कर देंगे। यह रेट 24 कैरेट गोल्ड का बिस्किट फॉम में होगा। इसके अलावा 18 और 22 कैरेट सोने के दामों में भी बढ़ोतरी होगी। प्रदेश में लगन सीजन का आगाज हो गया है। मई का महीना भी शादियों से गुजलार रहेगा। ऐसे में सोने के बढ़ते दाम लोगों को परेशान करेंगे। सराफा कारोबारियों का कहना है कि, भले ही सोने के दामों ने रिकॉर्ड कायम कर दिया है, लेकिन लगन के मद्देनजर बाजार में रौनक है। पिछले 6 महीनों में गोल्ड के दाम में 36,544 रुपए की बढ़ोतरी हुई है। लास्ट क्वॉर्टर में सोने का दाम 68,700 रुपए था, जो अप्रैल मध्य में ही 96,800 पर पहुंच गया। फिलहाल, सोने के दामों में गिरावट की संभावना न के बराबर है।ऐसे में जिन लोगों ने निवेश की मंशा से गोल्ड की खरीदारी की थी, उनको सोना बड़ा रिटर्न दे रहा है।
जानिए… कब कितना महंगा हुआ सोना
2025 96,800
2024 73,200
2023 58,600
2022 52,950
2021 50,045
2020 48,651
2019 35,220
2018 31,438
2017 29,667
(आंकड़े सराफा कारोबारी से प्राप्त)
नहीं रहा भारी गिरावट का दौर
पुरानी पीढ़ी भले ही जानती हो, लेकिन नई पीढ़ी को जानना जरूरी है कि साल 2001 में सोने के दाम अक्टूबर में 4300 रुपए प्रति तोला थे। साल 1996 में सोने का मूल्य 5,160 रुपए था, लेकिन इसमें गिरावट के बाद यह दाम लगातार कम होते रहे। उसके बाद आज तक गोल्ड के दाम में कभी भी भारी गिरावट का दौर नहीं दिखाई दिया।
आखिर इतना क्यों बढ़ रहा है दाम
जानकार बताते हैं कि दुनिया भर में आर्थिक अनिश्चितता, जैसे मंदी की आशंका और शेयर बाजार की अस्थिरता सोने के दाम बढऩे का सबसे बड़ा कारण है। अमरीका द्वारा लगाए जा रहे ट्रैफिक से लेकर दुनियाभर में जारी वॉर भी गोल्ड प्राइज बढ़ाने के लिए जिम्मेदार है। लोग सोने को एक सुरक्षित निवेश मानते हैं, इसलिए इसकी मांग और कीमतें भी बढ़ जाती हैं। इसके अलावा, डॉलर के मुकाबले रुपए की कमजोरी के कारण भी भारत में सोने के दाम बढ़ रहे हैं।