कम अंक पाने वाले बच्चों को मिला एडमिशन , ज्यादा अंक वाले दर दर भटक रहे:अनूप यादव
कोरबा@M4S:डीएव्ही स्कूल कोरबा के बाद अब डीएव्ही गेवरा की प्राचार्य मनीषा अग्रवाल पर भी एडमिशन में भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं । इसके बाद से ही कोरबा जिले में डीएव्ही प्रबंधन की पूरी कोरबा इकाई ही सवालों के घेरे में आ गई है ।
दीपका थाना में दर्ज अपनी शिकायत में दीपका नगर पालिका पार्षद अनूप यादव ने शिकायत की है की ,
एडमिशन में भारी अनियमितताओं के विषय में जब उनको जानकारी देते हुए सवाल किए गए तो उल्टे वे पार्षद के ऊपर भड़क गई।
पार्षद ने आरोप लगाया है की विगत दस दिनों से लगातार वह क्षेत्र के बच्चों के एडमिशन के संबंध में प्राचार्य मनीषा अग्रवाल से मिलने वे उनके ऑफिस जा रहे हैं परंतु वे वहां नहीं बैठती हैं और घर से ही काम काज संचालित करती हैं ।
पार्षद ने गंभीर आरोप लगाते हुए लिखा है की कम अंक पाने वाले बच्चों का एडमिशन स्कूल में हो गया है वहीं ज्यादा अंक प्राप्त करने वाले बच्चे लगातार एडमिशन के लिए भटक रहे हैं । इस पूरे प्रक्रिया में प्राचार्य मनीषा अग्रवाल द्वारा भ्रष्टाचार के जांच की मांग अनूप ने थाना प्रभारी दीपका से की है ।
गौरतलब है की डी ए व्ही स्कूल गेवरा एस ई सी एल से आंशिक वित्तपोषी ( फाइनेंशियली एडेड ) स्कूल है जिसमे SECL के कर्मचारियों–अधिकारियों के साथ साथ आस पास के प्रभावित क्षेत्रों के बच्चे भी अध्ययन करते हैं । ऐसे में विगत दिनों यह देखा गया है की नर्सरी , एस ई सी एल / नॉन–SECL आदि एडमिशन के मामलों में पारदर्शिता की भारी कमी देखी गई है जो अनूप के शिकायत को और भी सशक्त बना देता है । बच्चों का एडमिशन किस प्रक्रिया से किस मेरिट के आधार पर होता है इसकी कोई भी जानकारी पालकों को नहीं दी जाती है । ऐसे में अगर क्षेत्र के जनप्रतिनिधि आम जनता की शिकायतों को लेकर प्राचार्य के पास जाते हैं तो उनको भी बत्तमीजी ,अवहेलना और अपमान का सामना करना पड़ता है ।
ऐसे में जानकारी यह भी मिल रही है की क्षेत्रीय विधायक , सांसद प्रतिनिधि एवं एस ई सी एल गेवरा के क्षेत्रीय महाप्रबंधक भी अगर किसी बच्चे के एडमिशन की अनुशंसा करते हैं तो उनके भी अनुशंसा को प्राचार्य द्वारा दरकिनार किया जा रहा है एवम पूरे प्रक्रिया में संदेहास्पद रुख अपनाया जाता रहा है ।
ऐसे में अनूप यादव ने चेतावनी दी है की क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के अवहेलना अगर उक्त प्राचार्य द्वारा नही रुकता है एवम दीपका पुलिस द्वारा उचित कार्यवाही नही किया जाता है तो स्कूल का घेराव किया जाएगा ।
जब हमने DAV की प्रिंसिपल मनीष अग्रवाल से उनका पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने बताया कि यह प्रक्रिया एक कमेटी द्वारा तय की जाती है कमेटी में 6 7 सदस्य रहते हैं जिसके तहत बच्चों का एडमिशन लिया जाता है । 9,10,11,12th की बच्चों का एंट्रेंस (Exm.)परीक्षा लेने के बाद ही उनके अंकों के आधार पर ही उनका एडमिशन लिया जाता है।
एडमिशन में अनिमितता का आरोप लगाना भी बेबुनियाद है।