कोरबा@M4S:नियमितीकरण, समान वेतन सहित सीधी भर्ती पर रोक की 3 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रांतीय आव्हान पर जिला सहकारी समिति कर्मचारी संघ के बैनर तले
1 जून से बेमियादी हड़ताल की जा रही है। हड़ताल पर गए सहकारी समिति के कर्मचारियों की वजह से समितियों में तालेबंदी की स्थिति निर्मित हो गई है। व्यवस्था अंतर्गत कार्य कर रहे कर्मचारी भी समर्थन कर हड़ताल में चले गए। जिसकी वजह से समिति का महत्वपूर्ण कार्य खाद -बीज एवं ऋण वितरण प्रभावित हो रहा है। चरमराई व्यवस्था पर प्रशासन एक्शन में आ गया। उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं ने जिला सहकारी बैंक के समस्त शाखा प्रबंधकों को समितियों में कार्यरत ऐसे सेवायुक्तों/कर्मचारियों को 2 दिवस के भीतर पद से पृथक करने के निर्देश दिए हैं। आदेश से हडक़म्प मचा हुआ है। नियमितीकरण ,सरकारी कर्मचारियों के अनुरूप समान वेतन सहित जिला सहकारी बैंक में सीधी भर्ती पर रोक की 3 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश सहकारी कर्मचारी संघ के आव्हान पर जिला सहकारी समिति कर्मचारी संघ के बैनर तले जिले के 41 समितियों के सभी 200 से अधिक कर्मचारी 1 जून से बेमियादी हड़ताल में चले गए हैं।कृषि कार्य की प्रारंभिक तैयारियों के बीच सहकारी कर्मचारियों के हड़ताल में जाने से हडक़म्प मच गया है। किसानों को खाद -बीज ऋण वितरण के लिए भटकना पड़ रहा है। समितियों में तालेबंदी की स्थिति निर्मित होने से निराश वापस लौटना पड़ा। जिससे किसानों को मानसून आने पर कृषि कार्य की चिंता सताने लगी है। स्थिति यथावत बने रहने पर किसानों के समक्ष व्यापारियों से कर्ज लेकर बाजार से महंगे दर पर खाद बीज खरीदने की स्थिति बन आई है।अब हड़ताल में समितियों में व्यवस्थान्तर्गत कार्य कर रहे सेवायुक्त ,कर्मचारी भी समर्थन कर शामिल हो गए हैं। जिससे व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। हड़ताल से किसानों को हो रही असुविधा पर अब जिला प्रशासन भी एक्शन में आ गया है। कलेक्टर के निर्देश पर उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं हड़ताली कर्मचारियों पर नकेल कसने कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने ऐसे कर्मचारी जिनकी नियुक्ति सेवा नियम 2018 में विहित प्रावधानों के तहत नहीं होने के बावजूद हड़ताल में शामिल होने पर नाराजगी जताते हुए जिला सहकारी बैंक के समस्त शाखा प्रबंधकों को सम्बंधितों के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने पत्र जारी कर निर्देशित किया है कि ऐसे कर्मचारी जो प्राथमिक कृषि साख सहकारी सोसाइटियों के सेवायुक्तों के लिए जारी सेवा नियम के अन्तर्गत भर्ती नहीं हुए हैं अथवा समिति में व्यवस्था के तहत कार्यरत हैं तथा जिनका नियमानुसार सेवा पुस्तिका संधारित नहीं है और हड़ताल में चले गए हैं अथवा कार्य पर उपस्थित नहीं हो रहे हैं । ऐसे कर्मचारियों को 2 दिवस के भीतर कार्य से पृथक कर प्रतिवेदन भेजने के निर्देश दिए हैं।उक्त आदेश से हडक़म्प मचा हुआ है। अब देखना यह होगा कि इस आदेश के बाद हड़ताली कर्मचारी क्या रुख अपनाते हैं।
चाबी वापस लेने के दिए गए आदेश
उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं ने जिले के समस्त आदिम जाति सेवा सहकारी समितियों में कार्यरत डाटा एंट्री ऑपरेटर को कृषि विस्तार अधिकारी के साथ संस्था के सामान्य अथवा वित्तीय कार्यों का निष्पादन एवं ऋण वितरण ,खाद -बीज वितरण के कार्यों को सुचारू रूप से संचालित करने अधिकृत किया है । उप पंजीयक ने समस्त डाटा एंट्री ऑपरेटरों को संबंधित समिति प्रबंधक /चौकीदार व जिस किसी के पास भी कार्यालय की चाबी हो उनसे त्वरित संपर्क कर चाबी प्राप्त करने के निर्देश दिए हैं। सम्बंधित व्यक्ति द्वारा चाबी नहीं देने की स्थिति में तत्काल शाखा प्रबंधक अथवा सक्षम अधिकारी को सूचित करना सुनिश्चित करने की बात कही है।
सहकारी समिति कर्मियों पर मंडराया काम से हटाने का खतरा शाखा प्रबंधकों को दो दिन के भीतर हटाने के निर्देश
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