कोरबा@M4S:छत्तीसगढ़ में सरकार द्वारा जनकल्याणकारी योजनाओं का संचालन करके विभिन्न वर्ग के लोगों को लाभ पहुंचाया जा रहा है। किसानों की ऋण माफी से लेकर धान के समर्थन मूल्य बढ़ाने तक का कार्य सरकार ने किया है। इसी कड़ी में दर्री क्षेत्र में नया तहसील भवन बनने से लोगों को ऋण पुस्तिका मिसल, नामांतरण-बटांकन, खसरा, बी-1 आदि पाने के लिए सुविधा तो मिलेगी ही, इसके साथ ही ग्रामीणों को अब तहसील कार्यालय जाने के लिए कटघोरा नहीं जाना पड़ेगा। उन्हें कम दूरी तय करनी पड़ेगी। उक्त बातें राजस्व एवं आपदा प्रबंधन, पंजीयन पुनर्वास एवं स्टाम्प ड्यूटी मंत्री छत्तीसगढ़ शासन जयसिंह अग्रवाल ने दर्री में नये तहसील भवन के उद्घाटन के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में कही। उन्होंने फीता काटकर नये तहसील भवन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में सांसद लोकसभा क्षेत्र कोरबा ज्योत्सना महंत, महापौर राजकिशोर प्रसाद, निगम सभापति श्याम सुंदर सोनी, खाद्य आयोग के सदस्य हरीश परसाई, जनपद पंचायत कटघोरा अध्यक्ष लता कंवर, अपर कलेक्टर श्री विजेंद्र पाटले अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी सहित एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरूआत छत्तीसगढ़ महतारी की छायाचित्र पर माल्यार्पण, दीप प्रज्जवलन एवं राजगीत की प्रस्तुति के साथ हुई। कार्यक्रम में राजस्व मंत्री श्री अग्रवाल ने कहा कि नगर पंचायत दर्री में तहसील कार्यालय खुल जाने से आम नागरिकों को अब राजस्व संबंधी कामकाज के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि नवीन तहसील कार्यालय के खुलने से क्षेत्र के नागरिकों को इसका भरपूर लाभ मिलेगा। साथ ही शासकीय योजनाओं के सुचारू रूप से क्रियान्वयन एवं प्रशासकीय कामकाज में कसावट लाने में सुविधा होगी। शासन की योजनाएं एवं मूलभूत सुविधाएं आम नागरिकों को आसानी से उपलब्ध होगी एवं विकास की रफ्तार भी बढ़ेगी।
राजस्व मंत्री ने कहा कि लोगों को राजस्व संबंधी छोटे-मोटे कार्य के लिए पहले कटघोरा जाना पड़ता था। जिससे उन्हें लंबी दूरी तय करनी पड़ती थी। इससे उनका समय एवं पैसा ज्यादा खर्च होता था। लेकिन अब दर्री में नया तहसील भवन बन जाने से लोगों को आधी दूरी तय करने पर ही राजस्व संबंधी मामलों के निराकरण की सुविधा मिलेगी। क्षेत्र वासियों की लंबे समय से दर्री में तहसील कार्यालय प्रारंभ करने की मांग की जा रही थी। जिसको पूरा करते हुए आज दर्री में नवीन तहसील कार्यालय का लोकार्पण किया गया है। उन्होंने बताया कि दर्री क्षेत्र में बहुत से निर्माण कार्य हुए है, विकास कार्यों के किसी भी दिशा में यह क्षेत्र उपेक्षित नही है। शिक्षा के क्षेत्र में विकास के लिए तीन नए स्वामी आत्मानंद स्कूल कुसमुंडा, जमनीपाली, गोपालपुर में प्रारम्भ किया जा रहा है। इस स्कूल के खुलने से आर्थिक रूप से पिछड़े परिवार के बच्चों को अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में पढ़ने का अवसर मिलेगा। हर वार्ड में मोहल्ला क्लीनिक चलाई जा रही है। जिससे लोगों को घर पहुंच स्वास्थ्य सेवा प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने प्रदेश सरकार की उपलब्धियों की जानकारी देते हुए बताया कि पिछले 4 वर्षों में प्रदेश में 85 नए तहसील एवं 35 अनुविभाग बनाए गए है। जो कि राज्य के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। जल्द ही तहसीलों का यह आंकड़ा 100 का आंकड़ा पार कर लेगा। जिसके अंतर्गत जिले में 7 नए तहसीलों का निर्माण हुआ है।
राजस्व मंत्री श्री अग्रवाल ने तहसील कार्यालय के सभी अधिकारी कर्मचारियों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने की बात कही, साथ ही आम जनों को प्राथमिकता से राहत पहुंचाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसानों को किसी भी प्रकार की राजस्व संबंधित कार्य के लिए असुविधा न हो। इसका विशेष ध्यान रखें। साथ ही समय – सीमा पर उनका कार्य पूर्ण करें। जिससे किसानों को सुविधाएं मिल सके। राजस्व मंत्री ने कहा कि जल्द ही दर्री में एसडीएम कार्यालय भी प्रारंभ किया जाएगा। इसके लिए मुख्यमंत्री से अनुमति हेतु प्रस्ताव भेजा जाएगा।
सांसद श्रीमती महंत ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार के द्वारा नये तहसील कार्यालय के रूप में दिए गए खूबसूरत उपहार के लिए आप सभी को शुभकामनाएं। उन्होंने कहा कि नवीन तहसील कार्यालय के संचालन से राजस्व मामलों का सरलीकरण होगा। लोगों को अपने राजस्व संबंधी कामकाज के निपटारे में आसानी होगी। श्रीमती महंत ने कहा कि कोरबा जिला छत्तीसगढ़ की सबसे सुंदर शहरों में जाना जाता है। इसको देश के मानचित्र में विशेष पहचान प्राप्त है। उन्होंने बताया कि आमजनों की सुविधाओं का ध्यान रखना जनप्रतिनिधियों का प्रमुख कर्तव्य है। हमारा मूलमंत्र जनता की सेवा करना है। राज्य शासन हर वर्ग के लोगों को लाभ पहुँचाने के लिए अनेक जनकल्याणकारी योजना चला रही है। जो कि शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। उन्होंने बताया की शासन की मंशा शासकीय योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाना है जिसके लिए जनप्रतिनिधि एवं जिला प्रशासन निरंतर प्रयासरत् है। उन्होंने सभी को शासकीय योजनाओं से जुड़ने एवं उनका लाभ लेने हेतु प्रोत्साहित किया। इस दौरान मुख्य अतिथि द्वारा हितग्राहियों को किसान किताब एवं बी-1 वितरित की गई।
अपर कलेक्टर विजेंद्र पाटले ने नवीन तहसील भवन के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि लगभग 71 लाख रुपए की लागत से भवन का निर्माण किया गया है। उन्होंने बताया कि तहसील दर्री में कुल 9 राजस्व मंडल, 25 पटवारी हल्का, 1 नगर पंचायत एवं 48 गांव शामिल है। इन गांवों के करीब 67 हजार से अधिक लोगों को तहसील कार्यालय खुलने से सुविधाएं मिलेगी।