जांजगीर@M4S: छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी के प्रबंध निदेशक एसके कटियार ने कहा कि मड़वा विद्युत संयंत्र में कोल शार्टेज की समस्या जल्द खत्म होगी। उन्होंने आश्वस्त किया है कि गारेपालमा कोल माइंस से जल्द ही विद्युत संयंत्र को प्रतिदिन तीन से चार कोल रैक मिलने लगेगा। नविनियुक्त प्रबंध निदेशक एस के कटियार विद्युत कंपनी के संयंत्रों का निरीक्षण के लिए सोमवार से कोरबा व जांजगीर-चांपा जिले के प्रवास पर रहे। उन्होंने बुधवार को अटल बिहारी वाजपेयी ताप विद्युत गृह (एबीवीटीपीएस) मड़वा का निरीक्षण कर वरिष्ठ अधिकारियों की एक आवश्यक बैठक ली।
प्रबंध निदेशक श्री कटियार सुबह सवा 11 बजे विद्युत संयंत्र के अतिथि गृह पहुंचे। कार्यपालक निदेशक एसके बंजारा एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा उनका पुष्पगुच्छ भेंटकर आत्मीय स्वागत किया गया। कार्यपालक निदेशक एसके बंजारा की अगुवाई में प्रबंध निदेशक श्री कटियार सुबह 11.30 बजे बाद विद्युत संयंत्र के लिए रवाना हो गए। संयंत्र परिसर में उन्होंने सीडब्ल्यू पंप, ईएसपी, एमसीआर पहुंचकर जायजा लिया। तकनीकी भवन स्थित कांन्फ्रेंस हॉल में प्रबंध निदेशक ने अतिरिक्त मुख्य अभियंताओं, विभिन्न वृत्तों के अधीक्षण अभियंता एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक ली।
बैठक में प्रबंध निदेशक को पीपीटी के जरिए विद्युत संयंत्र के परफारमेंस एवं अन्य चुनौतियों के बारे में विस्तार से बताया गया। प्रबंध निदेशक ने कहा कि संचारण-संधारण की टीम विद्युत संयंत्र में चिन्हित कर तकनीकी पुर्जाें में सुधार करें। इसके साथ ही उन्होंने भंडारण कक्ष में तकनीकी पुर्जों के भंडार का सदुपयोग करने एवं पानी व तेल की खपत में बचत करने के निर्देश दिए। कार्यपालक निदेशक श्री एसके बंजारा ने चर्चा में बताया कि प्रबंध निदेशक ने आश्वस्त किया है कि मड़वा विद्युत संयंत्र की आवश्यकताओं के लिए वे मुख्यालय स्तर पर सहयोग कर जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रबंध निदेशक महोदय की मंशानुरूप विद्युत संयंत्र की दोनों इकाइयों से पूरी क्षमता के साथ विद्युत का उत्पादन करेंगे। प्रबंध निदेशक श्री कटियार दोपहर करीब डेढ़ बजे मुख्यालय रायपुर रवाना हो गए। प्रबंध निदेशक श्री कटियार के प्रवास के दौरान मड़वा विद्युत संयंत्र से सभी वरिष्ठ अधिकारी एवं रायपुर से कार्यपालक निदेशक (सिविल -प्रोजेक्ट) एमआर बागड़े एवं मुख्य अभियंता (सिविल-प्रोजेक्ट) देवेंद्र नाथ भी उपस्थित रहे।