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कोरबा@M4S:महतारी दुलार योजना के तहत कोरोना महामारी के कारण अनाथ हुए बच्चों को आत्मानंद स्कूलों में विशेष प्राथमिकता से प्रवेश दिया जाएगा। प्रवेश के लिए आवेदन पत्र के साथ पालक का मृत्यु प्रमाण पत्र जमा करना होगा। पूर्व की तरह प्रत्येक कक्षा में रिक्त सीट का 50 प्रतिशत छात्राओं के लिए होगा। बालिकाओं की पर्याप्त संख्या नहीं होने पर बालकों को प्रवेश देकर उक्त सीट को भरा जा सकेगा।स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में प्रवेश की प्रक्रिया 10 अप्रैल से शुरू होकर 5 मई तक चलेगी। बच्चों के पालकों को आवेदन करने के लिए 25 दिन मिलेंगे।
अभिभावक किसी भी एक स्कूल का चयन प्रवेश के लिए करते हुए ऑनलाइन अथवा ऑफलाइन माध्यम से आवेदन कर सकेंगे। ऑनलाइन आवेदन करने के बाद संबंधित दस्तावेज स्कूलों में जमा करना होगा। कोरबा जिले में हिंदी व अंग्रेजी माध्यम के 15 स्कूलों में एडमिशन की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।लोक शिक्षण संचालनालय रायपुर के संचालक द्वारा जारी निर्देश के अनुसार प्रवेश के लिए आवेदन 10 अप्रैल से 5 मई तक करना होगा। अधिक आवेदन की स्थिति में लॉटरी के माध्यम से सीट के आवंटन की प्रक्रिया 5 मई से 10 मई के बीच अपनाई जाएगी। जबकि एडमिशन देने की अन्य आवश्यक कार्यवाही 11 मई से 15 मई के बीच पूरी कराई जाएगी।
संचालक द्वारा जारी दिशा-निर्देश में कहा गया है कि स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में राज्य में पूर्व से चल रहे अंग्रेजी माध्यम के 152 प्रायमरी तथा 153 मिडिल स्कूलों के छात्र-छात्राओं को कक्षा 6वीं व कक्षा 9वीं में प्राथमिकता से प्रवेश दिया जाएगा। बीपीएल व आर्थिक रूप से कमजोर पालकों के बच्चों को कुल रिक्त सीट के 25 प्रतिशत सीटों के विरूद्ध प्रवेश दिया जाएगा। इसके लिए पालकों को सक्षम अधिकारी द्वारा जारी आय प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा।पहली कक्षा में प्रवेश के लिए छात्र की आयु 31 मई 2023 की स्थिति में 5 वर्ष से 6 वर्ष 6 माह के बीच होनी चाहिए। स्कूल की क्षमतानुसार प्रवेश देने का अधिकार कलेक्टर की अध्यक्षता वाली सोसायटी को होगा। इन स्कूलों में कक्षा 6वीं व 9वीं में प्रवेश सोसायटी के निर्णय के अनुसार लिए जाएंगे। इन स्कूलों में आवेदन ऑनलाइन तथा ऑफलाइन दोनों माध्यमों से किया जा सकेगा।