कोरबा@M4S:छत्तीसगढ़ी फ़िल्म जगत और संगीत प्रेमियों के दिलों में छाने वाले गीत घेरी-बेरी(मार डारे मया म) गीत के गीतकार/कंपोजर राकेश चौहान नहीं रहे। यू-ट्यूब चैनल पर रिलीज हुए छत्तीसगढ़ी गीत नैना के बान, तोर बिना दिन एवं मोहि डारे जैसे मशहूर गीतों को लिखने वाले कोरबा जिले के गीतकार/कम्पोजर राकेश चौहान 29 वर्ष,निवासी कृष्णानगर एसईसीएल कोरबा का आज सुबह अल्पायु में आकस्मिक निधन हो गया। वे अपने पीछे दो भाई सहित भरा-पूरा परिवार रोता-बिलखता छोड़ गए हैं। वे आरजे इवेंट के डायरेक्टर व कोरबा प्रेस क्लब के सदस्य भी थे। उन्होंने काफी कम उम्र में अपने संघर्षों के मध्य एक मुकाम हासिल किया था। राकेश चौहान के निधन की खबर से शोक की लहर दौड़ पड़ी है। प्रेस क्लब ने उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की है।स्व. राकेश चौहान कोरबा प्रेस क्लब के सदस्य एवं दैनिक भास्कर के मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव थे। पूर्व में वे देशबंधु एवं हितवाद में भी कार्यरत थे। कोरबा प्रेस क्लब ने उनके निधन पर शोक जताया है। अभी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उनके शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा। जिसके बाद दोपहर में पोड़ीबहार के मुक्तिधाम में उनके पार्थिव देह का अंतिम संस्कार किया जाएगा।