कोरबा@M4S: नेशनल थर्मल पॉवर कारपोरेशन (एनटीपीसी) कोरबा संयंत्र ने अपने सालाना लक्ष्य से अधिक बिजली उत्पादन किया है। हालांकि गत वर्ष के मुकाबले संयंत्र का प्रदर्शन कमजोर रहा है। उत्पादन में कमी के कारण प्लांट लोड फैक्टर (पीएलएफ) में गिरावट दर्ज की गई है।
एनटीपीसी संयंत्र कोरबा की उत्पादन क्षमता 2600 मेगावाट है। संयंत्र अपनी इकाइयों के बूते लक्ष्य अधिक बिजली उत्पादन करता रहा है। जिसके कारण संयंत्र की गिनती देश सर्वाधिक बिजली उत्पादन करने वाले पावर संयंत्रों में होती है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में एनटीपीसी कोरबा को 19,913.13 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन का लक्ष्य मिला हुआ था इसके मुकाबले संयंत्र ने लक्ष्य से कहीं अधिक 20,259.67 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन किया है। इस दौरान संयंत्र का पीएलएफ 91.15 फीसदी दर्ज किया गया है। गत वित्तीय वर्ष में एनटीपीसी ने 21,245.37 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन किया था। पीएलएफ भी 93.28 फीसदी दर्ज हुआ था। इस वित्तीय वर्ष में संयंत्र ने जरूर उत्पादन लक्ष्य को पार कर लिया है, मगर गत वर्ष से तुलना की जाए तो इस साल उत्पादन और पीएलएफ में गिरावट दर्ज की गई है।छत्तीसगढ़ राज्य में एनटीपीसी के चार विद्युत संयंत्र कोरबा, सीपत, लारा, भिलाई (संयुक्त उपक्रम) प्रचालन में हैं।इनमें कोरबा के अलावा सीपत संयंत्र का प्रदर्शन 2021-22 के मुकाबले 2022-23 में कुछ कमजोर रहा। उत्पादन में कमी के साथ प्लांट लोड फैक्टर में भी गिरावट दर्ज की गई। दूसरी ओर लारा और भिलाई का प्रदर्शन बेहतर रहा है।
एनटीपीसी कोरबा का उत्पादन आंकड़ा
क्षमता : 2600 मेगावाट
लक्ष्य : 19,913.13 मिलियन यूनिट
उत्पादन (2022-23) : 20,259.67 मिलियन यूनिट
उत्पादन (2021-22) : 21,245.37 मिलियन यूनिट
पीएलएफ (2022-23) : 91.15 फीसदी
पीएलएफ (2021-22) : 93.28 फीसदी
एनटीपीसी कोरबा ने इस बार भी किया टारगेट पार पिछले वर्ष से कम उत्पादन का पीएलएफ पर पड़ा असर
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