176 दिन से कर रहे हैं धरना प्रदर्शन , कई बार कर चुके हैं खदान बंदी
कोरबा@M4S:लंबित रोजगार के निराकरण की मांग को लेकर कुसमुंडा खदान विस्तार के कार्य को रोक कर भू-विस्थापितों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया । आंदोलन के कारण कुसमुंडा खदान में विस्तार का कार्य ठप पड़ गया। आंदोलनकारी इससे पूर्व भी कई मर्तबा खदान बंदी आंदोलन कर चुके है। मांग पूरी करने कईस्तर पर बैठके भी हो चुकी है। लेकिन महज आवश्वासन से बात आगे नहीं बढ़ी जिसे लेकर पुन: भूविस्थापितों ने रविवार को पुन: खदान विस्तार का काम बंद करा दिया।
रोजगार की मांग पर भू विस्थापित किसानों का आंदोलन 176 वें दिन भी जारी है। पूर्व घोषणा अनुसार बड़ी संख्या में खदान विस्तार को भू विस्थापितों के साथ किसान सभा के कार्यकर्ता ने रोक दिया । मौके पर पुलिस अधिकारी व जवान तैनात रहे जो उन्हें समझाईश देने का प्रयास करते रहे। भूविस्थापितों की मांग है कि रोजगार की लंबित मांगों का शीघ्र निराकरण किया जाए। रविवार सुबह से कुसमुंडा खदान में घुसकर भूविस्थापितों ने काम ठप कर दिया। इस वजह से उत्पादन व कोयला उठाव से जुड़ी गतिविधियां थम गई। वाहनों के पहिए रूके रहे। मशीनों व वाहनों को बंद करा भूविस्थापित नारेबाजी कर आंदोलन करते रहे।
गत वित्तीय वर्ष लक्ष्य से पिछड़ा रहा कुसमुंडा
गत वित्तीय वर्ष में कुसमुंडा खदान के खराब प्रदर्शन का सीधा असर एसईसीएल के उत्पादन पर पड़ा। इस दौरान कई बार भूविस्थापितों ने खदान का काम ठप्प किया था। इसके अलावा खदान में कई तरह की समस्याएं भी बनी रही। इस बार भी कुसमुंडा खदान के सामने चुनौती कम नहीं है। रोजगार मामलों का निराकरण जल्द नहीं होता है तो मौजूदा वित्तीय वर्ष में भी कुसमुंडा के लिए लक्ष्य पाना तनिक आसान नहीं होगा।
जीएम कार्यालय के सामने कर रहे प्रदर्शन
रोजागर की मांग को लेकर किसान रोजगार एकता मंच के बैनर तले भूविस्थापित कुसमुंडा जीएम कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन कर रहे है। लगातार 176 दिन से उनका धरना प्रदर्शन जारी है। भूविस्थापितों का कहना है कि मांग पूरी होने तक वे धरना प्रदर्शन जारी रखेंगे। साथ ही भूविस्थापितों के परिजन भी जीएम कार्यालय का घेराव पूर्व में कर चुके है।
BREAKING NEWS:रोजगार की मांग को लेकर भूविस्थापितों ने रोका खदान विस्तार का काम
- Advertisement -