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कोरबा@M4S: जिले में कोरोना की लहर खतरे के निशान से ऊपर जाती नजर आ रही है। सोमवार 18 जुलाई को कोरबा जिले में कोरोना के 22 नए मरीजों की पहचान की गई थी। मंगलवार को आंकड़ा 57 रहा। इसी के साथ जिले में मरीजों की संख्या 170 हो गई। जबकि कोरोना के 14 मरीजों ने होमाइशोलेशन की अवधि पूरी कर ली है और 1 मरीज को अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया है।
उधर कोरोना वायरस के मामलों में बढ़त देखने को मिल रहा है। अब तक 11 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं। आज 465 नए मरीज मिलने की पुष्टि हुई है। अब छत्तीसगढ़ में कुल एक्टिव मरीज 2834 हो गए हैं। प्रदेश में 465 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज़ों की आज पहचान हुई। कोरोना के बढ़ते मामलों से एक बार फिर खतरा बढऩे लगा है। वहीं दूसरी ओर लोगों की लापरवाही भी कम होती नजर नहीं आ रही है। सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क का उपयोग तो लोग भूल ही चुके हैं, तीसरी लहर से अब तक जिले में 63 हजार 337 लोग संक्रमित हो चुके हैं। जिनमें से 5 हजार 321 अस्पताल से स्वस्थ्य होकर लौटे हैं। वहीं होम आईसोलेशन में रहकर 57 हजार 246 ने कोरोना से जंग जीती है। जिले में कोरोना से 170 मौत भी हो चुकी है। काफी दिनों तक कोरोना के मामले कम मिल रहे थे। अब एक बार फिर कोरोना संक्रमण ने पांव पसारना शुरू कर दिया है। जिससे खतरा बढऩे लगा है।
लगाए जा रहे बूस्टर डोज
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच बूस्टर डोज भी लगाए जा रहे हैं। स्कूलों से लेकर विभिन्न संस्थाओं और अस्पतालों में वैक्सीनेशन का काम जोरशोर से चल रहा है। वहीं बच्चों को भी वैक्सीनेशन पर जोर दिया जा रहा है, इसके लिए स्कूलों में शिविर भी लग रहे हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच वैक्सीनेशन की रफ्तार भी जिले में बढ़ी है।
संक्रामक बीमारियों का खतरा
वर्षा ऋतु में संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। लोग सर्दी, बुखार, सिर दर्द, खांसी से पीडि़त हो रहे हैं। मौसमी बीमारियों की चपेट में आए लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं। अस्पतालों के बेड भी इन दिनों फुल हैं। खासकर जिला अस्पताल में तो रोजाना 250-300 मरीज ओपीडी में इलाज कराने पहुंच रहे हैं। कोरोना के बढ़े मामलों का कारण यह भी है कि मौसमी बीमारी की चपेट में आए लोगों को डॉक्टर कोविड जांच की भी सलाह दे रहे हैं। जांच बढऩे के कारण मामले भी अब बढऩे लगे हैं।
लोग बरत रहे लारवाही
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच लोगों को एक बार फिर बचाव के इंतेजाम को अपनाना होगा। लेकिन बाजार में इन दिनों लापरवाही के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं। अधिकांश चेहरों से मास्क उतर चुके हैं। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना भी लोग मुनासीब नहीं समझ रहे हैं। ऐसे में कोरोना के मामले न बढ़े इसके लिए सबको अलर्ट रहना होगा।