नई दिल्ली:ऑनलाइन यौन शोषण की पहचान करने एवं इस अपराध से लड़ने के महत्व को वैश्विक स्तर पर स्वीकार किया गया है। प्रत्येक वर्ष, बहुत से बच्चे शोषण का सामना करते है जो कि ऑनलाइन प्लेटफार्म के प्रयोग के साथ और भी भयावह हो जाता है। विधि प्रवर्तन एजेन्सियों सहित सभी पक्षों के लिए यह एक चुनौती है। इस खतरे से निपटने के लिए विभिन्न विधि प्रवर्तन एजेन्सियों के मध्य समन्वय बहुत ही महत्तवपूर्ण है।
नेशनल सेन्ट्रल ब्यूरो (इन्टरपोल-इण्डिया) के तौर पर, सी बी आई ने राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर फैले इस तरह के मामलों में समन्वय बनाने के लिए अपने आप को विशेष रुप से स्थापित किया है। ऑनलाइन बाल यौन शोषण तथा उत्पीड़न से सम्बन्धित मामलों के लिए सी बी आई में “ऑन लाइन चाइल्ड सेक्सुअल अब्यूज एण्ड एक्सप्लोईटेशन प्रिवेन्शन/इन्वेस्टीगेशन (ओ सी एस ए ई)” की एक विशेष ईकाई बनाई गई है। विभिन्न सन्दर्भों/समन्वय को प्राप्त करने के अतिरिक्त, ईकाई, ऑन लाइन बाल यौन शोषण एवं उत्पीड़न से सम्बन्धित विभिन्न अपराधों की जॉच करती है।
ऑनलाइन बाल यौन शोषण से सम्बन्धित अपराध पर राष्ट्रव्यापी कार्रवाई करते हुए सी बी आई ने कुल 83 आरोपियों के विरुद्ध दिनॉक 14.11.2021 को 23 अलग-अलग मामलें दर्ज किए। यह आरोप है कि भारत एवं विदेशों के अलग-अलग हिस्सों में स्थित व्यक्तियों के विभिन्न समूह अलग-अलग तरह के सोशल मीडिया प्लेटफार्मो/समूहों के माध्यम से बाल यौन शोषण सामग्री (CSEM) को प्रसारित करने, संग्रहित करने एवं देखने में संलिप्त है। यह भी आरोप है कि संलिप्त व्यक्ति, लिंक, विडियों, चित्रों, लेखों, पोस्ट्स को साझा कर और सोशल मीडिया समूहों/प्लेटफार्मो पर इस तरह की सामग्री की होस्टिग कर तथा थर्ड पार्टी संग्रहण/होस्टिंग प्लेटफार्मो द्वारा सी एस ई एम (CSEM) का प्रसार करते थे।
तिरुपति, कनेकल (आन्ध्र प्रदेश); दिल्ली (19); कोन्च-जालौन, मऊ, चन्दौली, वाराणसी, गाजीपुर, सिद्धार्थनगर, मुरादाबाद, नोएडा, झॉसी, गाज़ियाबाद, मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश); जूनागढ़, भावनगर, जामनगर (गुजरात); संगरुर, मलेरकोटला, होशियारपुर; पटियाला (पंजाब); पटना, सिवान (बिहार); यमुना नगर, पानीपत, सिरसा, हिसार (हरियाणा); भद्रक, जाजपुर, धेनकनाल (ओडिशा); त्रिरूवलूर, कोयम्बटूर, नमक्काल, सलेम, तिरुवन्नामलाई (तमिलनाडु); अजमेर, जयपुर, झुंनझुनु, नागौर (राजस्थान); ग्वालियर (मध्य प्रदेश); जलगॉव, सलवाड़, घुले (महाराष्ट्र); कोरबा (छत्तीसगढ़) तथा सोलन (हिमाचल प्रदेश) सहित देश भर के 14 राज्यों में स्थित आरोपियों के लगभग 77 स्थानों पर आज तलाशी की जा रही है।
अब तक तलाशी के दौरान, कई इलेक्ट्रानिक गैजेट्स/मोबाइल/लैपटाप आदि बरामद हुए है। यह पता चला है कि कुछ व्यक्ति सी एस ई एम (CSEM) सामग्री के व्यापार में संलिप्त पाए गए है।
अब तक एकत्र आरम्भिक सूचना के आधार पर, 50 से ज्यादा समूह है जिसमें 5000 से ज्यादा अपराधी बाल यौन सामग्री साझा कर रहे है। इन समूहों में से बहुत से समूहों में विदेशी नागरिक जुड़े है। आरम्भिक तौर पर पता चला है कि विभिन्न महाद्वीपों में फैले लगभग 100 देशों के नागरिकों की इसमें संलिप्तता पाई गई है। सी बी आई, औपचारिक एवं अनौपचारिक चैनलों के माध्यम से सहयोगी एजेन्सियों के साथ सहयोग मे है। इस मामले में तलाशी एवं आगे की सूचना को प्राप्त करने की प्रक्रिया जारी है।
इस मामले में जॉच जारी है।
Breaking News:CBI ने ऑनलाइन बाल यौन शोषण से सम्बन्धित आरोपों पर 23 अलग-अलग मामले दर्ज किए और देश भर के 14 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों में स्थित लगभग 77 स्थानों पर तलाशी ली
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