रायपुर/कोरबा@M4S:एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने छत्तीसगढ़ सहित देश के कुछ राज्यों में कुल २४ स्थान पर अलग-अलग दबिश दी। कोरबा जिले में भी एक टीम टीपी नगर में निवासरत ठेकेदार कोयला व्यवसाय से जुड़े एमएस पटेल के घर पहुंची थी। सभी ठिकानों से की गई जांच पड़ताल में बेनामी बेहिसाब संपत्तियों का पता चला है। जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि एंटी करप्शन ब्यूरो में पंजीबद्ध (१) अपराध कमांक-२२/२०२४ विरूद्ध सौम्या चौरसिया, (भा.प्र.से.) तत्कालीन उप सचिव, मुख्यमंत्री कार्यालय, छत्तीसगढ़ शासन, (२) अपराध कमांक-२३/२०२४ विरूद्ध समीर बिश्नोई, तत्का० निदेशक, संचालनालय, भौमिकी एवं खनिकर्म, नवा रायपुर एवं (३) अपराध क्रमांक-२४/२०२४ विरूद्ध रानू साहू, (भा.प्र.से.) तत्कालीन कलेक्टर, कोरबा के मामले में ब्यूरो की टीम द्वारा १६.०८.२०२४ को राजस्थान एवं रायगढ़ में ०२-०२ स्थानों पर, बैंगलौर, जमशेदपुर (झारखंड), कोरबा, गरियाबंद में १-१ स्थान पर, महासमुन्द में ०३ स्थान पर, दुर्ग में ०८ स्थानों पर एवं रायपुर में ०५ स्थानों पर, इस प्रकार कुल २४ स्थानों पर छापे की कार्यवाही कर तलाशी की कार्यवाही की गई है। उक्त सभी मामले अनुपातहीन संपत्ति अर्जित करने (धारा १३ (१) (बी), १३ (२) भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम) से संबंधित हैं। अब तक की कार्यवाही में अचल संपत्तियों से संबंधित दस्तावेज बरामद हुए हैं जिनसे भारी मात्रा में बेनामी संपत्तियों का पता चला है।
वाहनों से संबंधित बहुत से दस्तावेज एवं अनेक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे लेपटॉप, मोबाइल एवं पेन ड्राइव भी बरामद हुए हैं जिनमें संपत्तियों की जानकारी दर्ज है। दस्तावेजों एवं इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की जांच की जा रही है। ० अवैध कोल लेवी में मनीष उपाध्याय गिरफ्तार अवैध कोल लेवी प्रकरण अपराध क्रमांक-०३/२०२४ धारा १२०बी, ४२०, ३८४ भा.द.वि. तथा धारा ७, ७ए, एवं १२ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में मुख्य आरोपी मनीष उपाध्याय पिता गेंदालाल उपाध्याय, भिलाई को विधिवत् गिरफ्तार किया जाकर आज दिनांक १६.०८.२०२४ को मान० विशेष न्यायालय, रायपुर के समक्ष प्रस्तुत किया गया। माननीय न्यायालय द्वारा दिनांक २३.०८.२०२४ तक उक्त आरोपी को पुलिस रिमाण्ड पर ब्यूरो को सौंपा गया है। यह आरोपी काफी लम्बे समय से फरार था। इससे पूछताछ पर नये तथ्यों का खुलासा होने की पूर्ण संभावना है।