गुवाहाटी(एजेंसी): असम में बाढ़ से मची तबाही के चलते अब तक 87 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि तकरीबन 25 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। राज्य में मंगलवार को बाढ़ की वजह से दो और लोगों की जान गई। यह जानकारी असम सरकार के अधिकारियों ने दी।
असम के आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा, ‘राज्य में बाढ़ में दो और लोग मारे गए हैं, कुल मौतों का आंकड़ा 87 हो गया है।’ राज्य सरकार के अनुसार, बाढ़ के कारण राज्य के 24 जिलों में कुल 24,19,185 लोग प्रभावित हुए हैं। वहीं, असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने गोवपारा के जिला प्रशासन के साथ कोरोना वायरस की स्थिति और बाढ़ के परिदृश्य की समीक्षा की।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को असम बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए राहत उपायों को तेज करते हुए किसानों के बीच प्रधानमंत्री आवास बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) के बारे में जागरूकता पैदा करने का निर्देश दिया है। उससे पहले, सीएम ने चिरांग जिले के तुलसी झोरा में एई नदी के कारण बाढ़ और कटाव का भी निरीक्षण किया था।
सोनोवाल ने ट्वीट किया, ‘चिरांग जिले के कई हिस्से बाढ़ और कटाव का सामना कर रहे हैं। राहत कार्य 24×7 चल रहा है। आज सुबह तुलसीझोरा में ऐई नदी के पास बाढ़ और कटाव प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया और अधिकारियों को युद्ध स्तर पर आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए।’
असम में कई दिनों से बाढ़ की स्थिति गंभीर
असम में बाढ़ की स्थिति पिछले कई दिनों से गंभीर है, जिसमें ब्रह्मपुत्र सहित अधिकांश नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। राज्य में कछार जिले से होकर बहने वाली बराक नदी का जलस्तर भी हाल के दिनों में बढ़ रहा है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा बाढ़ की स्थिति रिपोर्ट के अनुसार, बाढ़ से 24 जिले प्रभावित हुए हैं, 1,09,600.53 हेक्टेयर फसलों को नुकसान पहुंचा है। इसमें कहा गया है कि बढ़ते जलस्तर ने कुल 2,254 गांवों को प्रभावित किया है। सरकार ने राज्य में बाढ़ से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए जिलों में 276 राहत शिविर और 192 राहत वितरण केंद्र स्थापित किए हैं।