कोरबा@M4S:कोरबा के एक गांव में ग्रामीणों की करुणा से बची बेजुबान मां की ममता, वन विभाग और नोवा नेचर वेलफेयर सोसायटी की संयुक्त पहल से हरदी बाजार क्षेत्र के मुंडाली गाँव में दुर्लभ प्रजाति की एशियन पाम सिवेट का मिला। मानवीय रहवास में धान के कोठी में मादा सीवेट अपने बच्चों के साथ एक घर में रह रही थी। गांव वाले देखे तो उनके लिए यह डर और आश्चर्य का नजारा था। वह अपने बच्चों को छोड़ कर जाना नहीं चाह रही थी।
जिसकी सूचना घर मालिक केशव जायसवाल द्वारा वन विभाग को दिया गया। वन विभाग और नोवा नेचर वेलफेयर सोसायटी की संयुक्त टीम द्वारा एक सुनियोजित और सफल रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए मौके पर पहुंची।यह रेस्क्यू ऑपरेशन कटघोरा वन मंडल के वनमण्डलाधिकारी कुमार निशांत के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। इस रेस्क्यू कार्य में नोवा नेचर वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष एम. सूरज के नेतृत्व में जितेन्द्र सारथी,मयंक बागची और बबलू मारुवा ,रेंजर अशोक मान्यवर, डिप्टी सुखदेव सिंह मरकाम, महेंद्र देवांगन, केशव जायसवाल ने सक्रिय रूप से भाग लिया।सूचना मिलते ही टीम मौके पर पहुंची और पूरी सावधानी व मानवीय दृष्टिकोण के साथ सिवेट माता और उसके बच्चों को सुरक्षित तरीके से पकड़ा। यह कार्य अत्यंत संवेदनशीलता व विशेषज्ञता के साथ संपन्न किया गया ताकि जानवरों को कोई तनाव या हानि न हो।रेस्क्यू के बाद मां सिवेट और उसके 5 बच्चों को पास के वन क्षेत्र के प्राकृतिक वातावरण में छोड़ दिया गया, जिससे वे अपने स्वाभाविक आवास में स्वतंत्र रूप से जीवन यापन कर सकें।