खैरागढ़@M4S:इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ के खाते में एक और उल्लेखनीय उपलब्धि दर्ज हुई है। इस बार यह उपलब्धि विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफ़ेसर (ख्याल) के रूप में कार्यरत डॉ दिवाकर कश्यप (प्रभाकर-दिवाकर कश्यप बंधुओं) के कारण प्राप्त हुई है। प्रसार भारती के केंद्रीय स्वर परीक्षण विशेषज्ञ दल ने हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत, ख्याल गायन (युगल) श्रेणी में दिवाकर बंधुओं को टॉप ग्रेड पर रखा है। इस उपलब्धि पर कुलपति पद्मश्री डॉ ममता (मोक्षदा) चंद्राकर, प्रभारी कुलसचिव प्रो डॉ नीता गहरवार, संगीत संकाय के अधिष्ठाता प्रो डॉ नमन दत्त, डॉ. लिकेश्वर वर्मा, सहायक कुलसचिव राजेश कुमार गुप्ता समेत पूरे विश्वविद्यालय परिवार ने उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। कुलपति डॉ चंद्राकर ने दिवाकर बंधुओं के उज्जवल भविष्य की कामनाएं व्यक्त की हैं।
उल्लेखनीय है कि अनेक प्रतिष्ठित और भव्य मंचों पर शानदार गायन पेश कर चुके युवा शास्त्रीय गायक डॉ प्रभाकर कश्यप-डॉ दिवाकर कश्यप देश ही नहीं, अपितु विदेशों में भी दिवाकर बंधुओं के नाम से सुविख्यात हैं। वे हिन्दुस्तानी शास्त्रीय गायन के लिए युवा श्रेणी में संगीत नाटक अकादमी जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कार से भी पुरस्कृत हो चुके हैं। दिवाकर बंधुओं की इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालय परिवार ने हर्ष व्यक्त किया है।