MURDER MISTRY:जेवर बेचकर पति की हत्या करने पत्नी ने दी थी सुपारी एसईसीएल कर्मी की हत्या की गुत्थी 24 घंटे के भीतर पुलिस ने सुलझायी

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कोरबा@M4S: एसईसीएल दीपका कॉलोनी में हुए कर्मी की हत्या के मामले को पुलिस ने 24 घंटे के भीतर सुलझा लिया है। उसकी हत्या पत्नी ने ही सुपारी देकर कराई थी। जेवर बेचकर पत्नी ने हत्या करने युवक को 50 हजार रूपए एड़वांस भी दिया था। पुलिस ने मामले को सुलझाते हुए पत्नी और सुपारी किलर को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त टांगी, आरोपी के खून से लथपथ कपड़े, जूते व मोटरसायकल जप्त कर लिया है। एसईसीएल दीपका ऊर्जा कॉलोनी के आवास क्रमांक एम.क्यू 07 में निवासरत एसईसीएल कर्मी जगजीवन राम रात्रे की हत्या 24 मई की दरमियानी रात की गई थी। हत्या की वारदात को कृष्णा नगर दीपका निवासी तुषार सोनी उर्फ गोपी पिता दयाराम सोनी 21 वर्ष ने अंजाम दिया था। मृतक की पत्नी धनेश्वरी रात्रे ने पति की हत्या की सुपारी उसे दी थी।  मामले में दीपका पुलिस ने  धारा 302 भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना शुरू की ।
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घटना की जानकारी होते ही पुलिस अधीक्षक यू उदय किरण द्वारा मामले को गंभीरता से लेते हुये तत्काल अति0 पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा, नगर पुलिस अधीक्षक दर्री  रॉबिनसन गुडिया, प्रशिक्षु आईपीएस रोहित शाह के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी दीपका अविनाश सिंह एवं साइबर सेल कोरबा प्रभारी निरीक्षक सनत सोनवानी के नेतृत्व में टीम गठित कर तत्काल घटना स्थल उर्जानगर दीपका कालोनी भेजा गया। पुलिस टीम के द्वारा मौके पर सायबर सेल फोरेंसिक एक्सपर्ट बिलासपुर, डॉग स्क्वाड टीम के साथ घटना स्थल का निरीक्षण किया गया।  मृतक जगजीवन राम रात्रे की पत्नि धनेश्वरी रात्रे से पूछताछ की गई।  वह बार बार बयान बदलकर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करने लगी। जिससे पुलिस टीम द्वारा कड़ाई से पूछताछ पर धनेश्वरी बाई रात्रे टूट गई । उसने बताया कि उसकी शादी 24 मई 2013 को जगजीवन राम रात्रे के साथ हुई थी, जगजीवन राम शादी के बाद से हमेशा शराब पीकर मारपीट कर बेईजत्ती करता था। जिससे परेशान होकर अपने पति जगजीवन राम रात्रे की हत्या करने के लिए अपने परिचित के तुषार सोनी उर्फ गोपी से संपर्क कर उसे पैसे की लालच देकर अपने पति जगजीवन राम रात्रे की हत्या करने के लिये राजी कर लिया।  मार्च 2023 में अपने जेवर बेचकर अपने पति की हत्या करने के लिये तुषार सोनी को सुपारी की रकम 50000 रूपये एडवांस में दी थी । आरोपी तुषार सोनी उर्फ गोपी इस दौरान गिरफ्तारी वारण्ट में जेल चला गया था ।
तुषार सोनी के जेल से छूटने के पश्चात धनेश्वरी बाई रात्रे फिर तुषार सोनी को अपने पति की हत्या करने के लिये बार-बार फोन करने लगी । तब तुषार सोनी घटना दिनांक को रात्रि करीबन 12 बजे के मध्य अपने एवेंजर मोटर सायकल में टंगिया को बांधकर पहुँचा और जगजीवन राम रात्रे के क्वाटर का दरवाजा खटखटाया।  तब जगजीवन राम रात्रे ने दरवाजा खोला । तब आरोपी तुषार सोनी उसे तुम्हारी पत्नी के बारे में कुछ बताना है कहकर बोला और जगजीवन राम रात्रे से ठण्डा पानी मांगा।  जगजीवन राम रात्रे बोतल में पानी लेकर आया तो तुषार सोनी ने टंगिया से हमला कर जगजीवन राम रात्रे को मार डाला।  हत्या करते समय जगजीवन राम की पत्नी धनेश्वरी बाई उसे देख रही थी । हत्या करने के बाद धनेश्वरी रात्रे अपने मोबाईल फोन को तोड़कर फेंकने के लिये तुषार सोनी को दी ।  हत्या की शेष रकम एक सोने का हार और 6000  रूपये नगद फिर से तुषार सोनी को दिया।   आरोपी धनेश्वरी बाई रात्रे एवं तुषार सोनी उर्फ गोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है ।दोनों को न्यायिक रिमाण्ड पर माननीय न्यायालय प्रस्तुत किया गया है।
उपरोक्त कार्यवाही में दीपका थाना प्रभारी निरीक्षक अविनाश सिंह, साइबर सेल प्रभारी सनत सोनवानी, सउनि परमेश्वर सिंह, जितेश सिंह, धनजंय नेटी, आरक्षक जगजीवन कंवर, शेखसहबान, अशोक कोर्राम ,इन्द्रदेव कंवर, सैनिक निर्मल सिदार, सायबर सेल से प्रआर0 रामपाण्डेय, गुनाराम सिन्हा, राजेश कंवर, चक्रधर सिंह राठौर, आरक्षक डेमन ओगरे, प्रशांत सिंह, विरकेश्वर, रवि चौबे की सराहनीय भूमिका रही।

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