नई दिल्ली(एजेंसी):केंद्र सरकार में डिप्टी सेक्रेटरी और अंडर सेक्रेटरी के पद से रिटायर हुए लोगों को डीओपीटी के तहत ‘पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग’ में दोबारा से बतौर कंसलटेंट नौकरी मिलेगी। इस जॉब के लिए आवेदकों की अधिकतम आयु 63 साल रखी गई है। खास बात है कि कंसल्टेंट बनने वाले लोगों को विभिन्न तरह की 14 जिम्मेदारियां निभानी होंगी। इसमें सोशल मीडिया प्लेटफार्म को हैंडल करना, प्रेस रिलीज बनाना, केंद्रीय अर्धसैनिक बलों में समन्वय बनाए रखना, रिटायरमेंट के बाद मिलने वाले बकाया को लेकर जागरूक करना और सुरक्षा बलों को ‘एनपीएस’ के नए नियमों से अवगत कराना आदि शामिल है।
14 जिम्मेदारियों का कार्य क्षेत्र
बैंकर अवेयरनेस प्रोग्राम, विभिन्न शहरों में डीएलसी कैंपेन, पेंशनर के पोर्टल को लेकर जागरूकता, दूसरे स्टेशनों पर जाकर पेंशनरों से बातचीत करना, पोर्टल से संबंधित मामलों में पेंशनर की सहायता करना, रिटायरमेंट के बाद ‘संकल्प’ के तहत पेंशनर को ‘काम में व्यस्त रखना’, मंत्रालयों के स्टाफ एवं अधिकारियों के लिए वर्कशॉप, ट्रेनिंग और काउंसलिंग आयोजित करना और इंटीग्रेशन ऑफ रेलवे पेंशन रुल्स विद् सीसीएस पेंशन रुल्स 2021 की जानकारी देना, आदि बातें कंसल्टेंट के कार्यक्षेत्र का हिस्सा होंगी।
प्रेस कवरेज पर नजर रखेंगे कंसल्टेंट
ऐसे पेंशनर जो दूसरे मुल्क में चले गए हैं, उनके मामले सुगमता से हल कराना, सीएपीएफ में अवेयरनेस प्रोग्राम व एनपीएस के नए नियमों की जानकारी देना, शहीद जवानों एवं अधिकारियों के परिजनों के लिए सम्बल योजना को मॉनिटर करना, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और प्रेस हैंडलिंग, विभिन्न मंत्रालयों/विभागों के लिए नियम आधारित एडवायजरी या स्पष्टीकरण जारी करना, डीएलसी के लिए वीडियो कान्फ्रेंसिंग को लेकर बैंकों के साथ समन्वय करना और प्रेस रिलीज भेजना, प्रेस कांफ्रेंस आयोजित करना और प्रेस कवरेज पर नजर रखना, समन्वय, ये सब कार्य भी कंसल्टेंट को करने होंगे।