कोरबा@M4S:खरीफ सीजन में धान की खेती जोरो पर है इसके साथ ही उर्वरक एवं कीटनाशकों की मांग बढ़ती जा रही है। जिले में उर्वरक एवं कीटनाशकों की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार मिलावट या कमी नही हो इसके लिए कृषि विभाग द्वारा पूरी तरह से कठोर कार्यवाही की जा रही है।
कृषि विभाग, कोरबा द्वारा किसानों को सही कीमत व उनके मांग अनुसार समय पर खाद उपलब्ध हो सके इसके सघन अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही सहकारी एवं निजी दुकानों में किसी भी प्रकार की अनियमिता जैसे-पी.ओ.एस. मशीन एवं भौतिक स्कंध, अमानक स्तर के खाद, बीज एवं कीटनाशक दवा की बिक्री, गोदाम में उर्वरक, बीज भंडारण की स्थिति आदि प्रकार की अनियमिता पाये जाने के स्थिति में तत्काल विक्रय पर प्रतिबंध लगाते हुए कारण बताओ नोटिस दिया जा रहा है। और आगे भी यह प्रक्रिया सतत रूप से जारी रहेगा। जिले के किसानों को समय पर उच्च गुणवत्ता का खाद बीज एवं कीटनाशक दवाएं प्राप्त हो इसके लिए जिला प्रशासन पूरी तरह कड़ाई करते हुए लगातार सभी उर्वरक एवं बीज विक्रय केद्रों में निरीक्षण किया जा रहा है। सभी विक्रय केन्द्रो में निरीक्षण करते हुए समस्त दस्तावेज स्कंध पंजी, बील बुक, लॉइसेंस के साथ पीओएस स्टॉक का निरीक्षण किया जा रहा है।
अतः जिले के कुल 30 सहकारी एवं 28 निजी उर्वरक एवं बीज विक्रय केद्रों का निरीक्षण किया जा चुका है। जिसमें 9 निजी विक्रय केन्द्रो में अनियमिता पाये जाने पर स्पष्टीकरण (वि.ख.-करतला के मेसर्स पटेल खाद भंडार, ढोढ़ातराई, मेसर्स किसान क्लब, मेसर्स युवराज ट्रेडर्स वि.खं- पाली के मेसर्स गोस्वामी कृषि केन्द्र, मेसर्स किसान बीज भंडार, मेसर्स शिव खाद भंडार, मेसर्स नटवरलाल एण्ड संस पाली एवं विकासखंड-कोरबा के मेसर्स कबीर एग्रो में स्पष्टीकरण नोटिस दिये जाने के साथ-साथ जिले के मेसर्स जायसवाल खाद भंडार, पाली में अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए बिक्री पर प्रतिबंध लगाया गया है।
स.क्र. 378/कमलज्योति/फोटो संलग्न 1 और 2