CYBER CRIME ALERT: साइबर ठगी से बचाने के लिए तीन दोस्तों ने बना डाला नेटफ्लिक्स का चर्चित वेब सीरीज जामताड़ा

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दिल्ली@(एजेंसी):हैलो सर नमस्कार, आपका एटीएम कार्ड ब्लाक हो गया है इसे रिस्टोर कराने के लिए उस पर लिखा कोड बताइये। ..हैलो सर बधाई हो, आपको कंपनी की तरफ से ईनाम में कार दी जा रही है, अपने मोबाइल पर आने वाला चार अंक का ओटीपी बताइये। कुछ इसी तरह की फ्रॉड फोन कॉल के जरिए साइबर ठग हमारी मेहनत की कमाई को कुछ ही पलों में एकाउंट से उड़ा लेते हैं। ऐसी ठगी से लोगों को आगाह करके इन दिनों नेटफ्लिक्स की वेब सिरीज तामताड़ा-सबका नंबर आएगा खासी चर्चा में है। इस चर्चा से संभल वाले भी उत्साहित हैं क्योंकि इस सिरीज को छोटे पर्दे पर उतारने वाले तीन युवाओं में एक विभु गुप्ता यहीं के हैं।
संभल के मोहल्ला कोट पूर्वी निवासी कारोबारी व भाजपा नेता विनय गुप्ता के बेटे विभु गुप्ता ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से स्नातक तक पढ़ाई करने के बाद मॉस कम्युनिकेशन में पीजी कोर्स किया। रूपहला पर्दा उसे हमेशा से आकर्षित करता था, इसलिए उन्होंने करीब चार साल पहले मुंबई का रुख किया। उनके सहपाठी रहे दो अन्य दोस्त त्रिशांत श्रीवास्तव व निशांत वर्मा भी उनके साथ मुंबई पहुंच गए। विभु ने कॉस्टिंग एजेंसी कास्टिंग बे के साथ कैरियर की शुरुआत की।
झारखंड के जामताड़ा से जुडा़ साइबर ठगी का कारोबार

इसी दौरान उन्हें अपने कुछ दोस्तों और रिश्तेदारों के साइबर ठगों द्वारा ठगे जाने की जानकारी मिली। जब उन्होंने रिसर्च किया तो पता चला कि ठगी का नेटवर्क झारखंड के जामताड़ा से संचालित होता है। इसके बाद ही उन्होंने वेब सिरीज बनाने का इरादा बनाया। वे इसके लिए खुद भी जामताड़ा गए और जमीनी हकीकत जानी। सिरीज की स्टोरी खुद त्रिशांत ने लिखी है। कॉस्ट डायरेक्टर का जिम्मा विभु ने संभाला। सोमेंद्र ने इसका निर्देशन किया है। 10 जनवरी से नेटफ्लिक्स पर शुरू हुई 10 कड़ी की इस सिरीज को खासी लोकप्रियता मिल रही है। उन्हें कई अच्छे प्रोजेक्ट भी ऑफर हुए हैं।
बेटे की सफलता से पिता विनय गुप्ता और मां रेनू गुप्ता बेहद खुश हैं। उनका कहना है कि विभु ने न सिर्फ कैरियर में सफलता पाने वाला काम किया है बल्कि समाज को ठगों से सावधान करने का भी काम किया है। संभव है इसे देखकर लोग साइबर ठगी का शिकार होने से बच जाएं।

कलाकारों के चयन में लगे चार माह

जमताड़ा-सबका नंबर आएगा के कास्टिंग डाईरेक्टर विभु गुप्ता बताते हैं कि सिरीज के लिए असल दिखने वाले पात्र और उनकी भाषा बड़ी चुनौती थी। इसके लिए उन्होंने चर्चित कलाकारों के बजाय नए चेहरों को कॉस्ट करने का फैसला किया। कलाकारों की तलाश के लिए दिल्ली मुंबई ही नहीं बल्कि लखनऊ,पटना सहित कई शहरों में जाकर ऑडिशन लिए। जामताड़ा के मुख्य किरदार सनी व रॉकी के किरदार के लिए डेढ सौ से ज्यादा कलाकारों का ऑडिशन लिया। इसी तरह गुड़िया के किरदार के लिए भी सवा सौ से ज्यादा कलाकारों के ऑडिशन लिए। वह संतोष जताते हैं कि मेहनत कामयाब हुई। उन्हें असलियत के एकदम करीबी कलाकार मिले हैं।

जामताड़ा का सच उजागर करती है सिरीज

विभु गुप्ता का कहना है कि झारखंड के जामताड़ा मे बैठा ठगों का गिरोह देश के अलग अलग हिस्सों में फोन कॉल के जरिये रोजाना सैकड़ों लोगों को अपना शिकार बनाकर उनके बैंक खाते की रकम हड़प लेता है। जामताड़ा-सबका नंबर आयेगा वेब सिरीज इस गिरोह की सारी करतूतों से पर्दा उठाती है। ठगी के लिए गिरोह कौन कौन से तरीके अपनाता है। कैसे लोगों से उनका एटीएम नंबर और ओटीपी कोड जान कर खाते से रकम निकालता है, इसका पूरा सच लोगों के सामने रखा गया है। इसे देखकर लोग सचेत हो जाएं, इसी में उनकी सफलता है।

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