वर्ल्ड टी20: कोहली के विस्फोट से भारत पहुंचा सेमीफाइनल में

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मोहाली (एजेंसी):विराट कोहली की शानदार बल्लेबाजी की बदौलत भारत ने ऑस्ट्रेलिया को छह विकेट से हराते हुए आईसीसी विश्व टी20 के सेमीफाइनल में प्रवेश किया। भारत ने जीत के लिए मिले 161 रन के लक्ष्य को 19.1 ओवर में चार विकेट खोकर हासिल कर लिया। कोहली ने 51 गेंदों पर नाबाद 82 रनों की पारी खेली, जिसमें 9 चौके और दो छक्के शामिल हैं।

इससे पहले भारतीय गेंदबाजों ने अच्छी वापसी करके ऑस्ट्रेलिया को विस्फोटक शुरुआत का अधिक फायदा नहीं उठाने दिया और उसे छह विकेट पर 160 रन ही बनाने दिए।

ऑस्ट्रेलिया का स्कोर पहले चार ओवर के बाद 53 रन था और तब लग रहा था कि वह 200 रन के पार पहुंच जाएगा लेकिन अगले दस ओवर में वह केवल 51 रन बना पाया और इस बीच उसने चार विकेट गंवाए। आरोन फिंच ने उसकी तरफ से सर्वाधिक 43 रन बनाए। उनके अलावा ग्लेन मैक्सवेल (28 गेंदों पर 31) और उस्मान ख्वाजा (16 गेंदों पर 26 रन) ने भी उपयोगी योगदान दिया।

भारतीय गेंदबाजों में हार्दिक पंड्या सबसे सफल रहे। उन्होंने चार ओवर में 36 रन देकर दो विकेट लिये। आशीष नेहरा (20 रन देकर एक विकेट), युवराज सिंह (19 रन देकर एक विकेट) और रविंद्र जडेजा ने कसी हुई हुई गेंदबाजी करके ऑस्ट्रेलियाई रन गति पर अंकुश लगाने में अहम भूमिका निभायी।

ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए तूफानी शुरुआत की। ख्वाजा ने नेहरा के पहली गेंद पर चौका लगाने के बाद उनकी अगली पांच गेंदों को पूरा सम्मान दिया लेकिन जसप्रीत बुमराह पर चार चौके जड़कर उन्हें आक्रमण से हटवा दिया। बुमराह की जगह गेंद संभालने वाले भरोसेमंद स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के पहले ओवर में 22 रन बने जिसमें फिंच के लांग आन पर लगाए गए दो छक्के हैं। इससे अश्विन की लय बिगड़ गई और उन्होंने लगातार दो गेंद वाइड की जिसमें एक चार रन के लिए गई।

नेहरा ने भारत को फिर से पावरप्ले में सफलता दिलायी। उनकी गुडलेंथ गेंद ख्वाजा के बल्ले के निचले हिस्से से लगी और विकेटकीपर धौनी ने अपने बायीं तरफ उसे कैच कर दिया। इससे रन गति पर अंकुश लगा। तीन ओवर तक गेंद सीमा रेखा पर नहीं पहुंची और अगले ओवर में अश्विन की स्पिन लेती गेंद पर डेविड वार्नर (6) गच्चा खाकर स्टंप आउट हो गए।

युवराज अपने घरेलू मैदान पर टूर्नामेंट में पहली बार गेंदबाजी के लिए आए। उनकी पहली गेंद में थोड़ा उछाल था जो स्टीवन स्मिथ (2) के बल्ले को चूमकर धौनी के दस्तानों में पहुंची। अंपायर मारियास इरासमुस ने उंगली उठा दी लेकिन ऑस्ट्रेलियाई कप्तान उनके फैसले से खुश नहीं थे और रीप्ले से भी साफ नहीं लग रहा था कि गेंद और बल्ले का संपर्क हुआ या नहीं।

ऑस्ट्रेलिया ने अपना दूसरा पचासा पूरा करने में 9.1 ओवर लिए। गेंद नीची रह रही थी और शाट लगाना मुश्किल था। फिंच ने एक छोर संभाले रखा था लेकिन पंडया की गेंद पर वह सही टाइमिंग से शाट नहीं लगा पाये और डीप मिडविकेट पर खड़े शिखर धवन को कैच करने में कोई परेशानी नहीं हुई। फिंच ने अपनी 34 गेंद की पारी में दो छक्कों के अलावा तीन चौके भी लगाए।

मैक्सवेल ने रविंद्र जडेजा पर स्विच हिट से छक्का लगाया लेकिन बमराह ने उनका ऑफ स्टंप उखाड़कर भारतीयों को डेथ ओवर में बड़ी राहत दी। पंडया के आखिरी ओवर में 15 रन बने। वह जेम्स फाकनर (दस) को आउट करने में सफल रहे लेकिन शेन वाटसन (नाबाद 18) और पीटर नेविल (नाबाद 10) टीम का स्कोर 150 रन के पार ले गए। नेविल ने आखिरी गेंद पर छक्का लगाया।

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