एकता के लिए विभिन्न प्रांतों की विविधता को भी जानना जरुरी : शर्मा हमारी छात्राएं जानेंगी गुजरात की संस्कृति, गुजरात से छात्राओं का दल आएगा छत्तीसगढ़ एक भारत

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कोरबा@M4S: गुजराती समाज के संरक्षक मनोज शर्मा ने कहा है कि भारत जैसे विशाल देश के विभिन्न प्रांतों की संस्कृति, परंपरा व परिवेश को जब छात्र-छात्राएं जानेंगे तब विविधता में एकता का सूत्र और भी मजबूत होगा।
मनोज शर्मा गत दिवस शासकीय मिनीमाता गर्ल्स कॉलेज में एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर आयोजित समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से प्रारंभ किए गए इस कार्यक्रम से देश के एक राज्य के छात्र दूसरे राज्य के छात्रों से जहां मिलेंगे वहीं वे अपने-अपने प्रदेश की संस्कृति, लोककला, परंपरा, शिक्षा व साहित्य के संबंध में भी चर्चा करेंगे। जिससे निश्चित ही उनका व्यक्तित्व और भी समृद्ध होगा। उन्होंने बताया कि गुजराती व हिंदी दोनों ही भाषा की लिपि देवनागरी है। बहुत से शब्द व अंक भी एक जैसे ही हैं। जहां हमारा समाज अपनी व्यवसायिक सूझबूझ के लिए जाना जाता है वहीं महात्मा गांधी, सरदार पटेल, मोरारजी भाई देसाई सहित अनेक महान व्यक्तियों ने देश की स्वतंत्रता संग्राम में योगदान दिया। वहीं इस समाज के उद्योगपतियों ने आजादी के बाद भारत की समृद्धि में भी आधार के रूप में काम किया है।
समारोह के अध्यक्ष कॉलेज के प्राचार्य डॉ.राजेन्द्र सिंह ने योजना के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि गुजरात एक ऐसा राज्य है जहां के नागरिक शांत प्रवृत्ति के व अपराध से भी दूर हैं। मिलनसारिता में यहां के लोगों का कोई सानी नहीं। व्यवसाय हो या विज्ञान का क्षेत्र या फिर साहित्य इन क्षेत्रों में यहां के लोगों का विशिष्ट योगदान है। इस मौके पर दोनों राज्यों की ऐतिहासिक, भौगोलिक व सांस्कृतिक विशेषताओं का एक डिस्प्ले बोर्ड भी अनावरित किया गया। जिसे क्लब की सदस्य व महाविद्यालय की छात्राएं पियूषा चौधरी, नीतू यादव व आकांक्षा अग्रवाल ने तैयार किया था। कार्यक्रम का संचालन पियूषा चौधरी व आभार प्रदर्शन डॉ.पापिया चतुर्वेदी ने किया।

स्वच्छता की ली शपथ
कार्यक्रम के दौरान शर्मा ने स्वच्छता की शपथ भी दिलवायी। खासबात यह रही कि महाविद्यालय परिवार के आग्रह पर शपथ को गुजराती व हिंदी दोनों ही भाषाओं में अनुवाद करते हुए दिलवाया गया। कार्यक्रम की समन्वयक डॉ.तारा शर्मा ने बताया कि इस वर्ष गुजरात व छत्तीसगढ़ इन दो राज्यों की जोड़ी बनाई गई है। यहां के छात्र-छात्राएं गुजरात जाएंगे वैसे ही वहां के छात्र-छात्राएं हमारे राज्य में आकर यहां की लोककला, संस्कृति, सामाजिक, धार्मिक व पुरातात्विक महत्व के विषयों को जानेंगे। यूं दो राज्यों के छात्र-छात्राएं आपस में विचारों को भी साझा करेंगे।

गुजरात व छत्तीसगढ़ के लोकनृत्य की दी प्रस्तुति
सह समन्वयक डॉ.पापिया चतुर्वेदी के मार्गदर्शन में छात्राओं ने दोनों राज्यों के लोक नृत्यों की मोहक प्रस्तुति दी। इससे पहले कॉलेज के ही एक भारत श्रेष्ठ भारत क्लब की सदस्य डॉ.श्रेणी दिवाकर द्वारा निर्मित डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी दिखाई गई। जिसमें उक्त दोनों राज्यों की विशिष्टताओं का उल्लेख किया गया था। छात्र संघ प्रभारी संध्या पाण्डेय ने बताया कि इस कार्यक्रम को लेकर छात्राओं में खासा उत्साह है।

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