कोरबा@M4S:कोरबा में रेलवे सुरक्षा बल बिलासपुर की अपराध गुप्तचर शाखा ने अवैध रेलवे ई-टिकट के कारोबार से जुड़े एक एजेंट को पकड़ा है। स्थानीय पुलिस की मदद से की गई कार्रवाई में आरोपित से करीब चार लाख कीमती ई-टिकट भी जब्त किए गए हैं। रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट कोरबा में आरोपित के खिलाफ रेल अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
आरपीएफ पोस्ट रेलवे स्टेशन से मिली जानकारी के अनुसार लंबे समय से ट्रांसपोर्ट नगर क्षेत्र में इस तरह के अवैध कारोबार की शिकायत प्राप्त हो रही थी। अपराधियों की धरपकड़ के लिए कार्रवाई की योजना बनाई गई। मुखबिरों की सूचना पर बिलासपुर मुख्यालय से आई अपराध गुप्तचर शाखा, डिटेक्टिव विंग की टीम व स्थानीय पुलिस की संयुक्त रूप से छापामार कार्रवाई की। टीम ने टीपी नगर में संचालित कृष्णा ट्रैवल्स में दबिश दी और जांच के दौरान अवैध कारोबार की पोल खुली। दुकान में मौजूद सिटी कोतवाली थाना अंतर्गत प्लॉट नंबर १५१, वार्ड १३ टीपी नगर में रहने वाले प्रफुल्ल यादव (३२) को अवैध रेलवे ई-टिकटों के कारोबार में संलिप्त पाया गया। आरोपित को रेल अधिनियम की धारा १४३ के तहत हिरासत में लिया गया और उचित वैधानिक कार्रवाई के लिए रेलवे पुलिस बल कोरबा पोस्ट के हवाले कर दिया गया। आरोपित के खिलाफ रेल अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर विवेचना में लिया है।
आरपीएफ पोस्ट कोरबा के एसआइ शशि चंद्रा ने बताया कि आरोपित के पास से टीम को तीन जीवित रेलवे ई-टिकट जब्त किए गए हैं, जिनकी कीमत सात हजार ३७ रुपये बताई जा रही है। इसके अलावा आरोपित के पास के १६८ डेड टिकट भी प्राप्त हुए हैं, जिनकी कीमत तीन लाख ९० हजार १२५ रुपये है। इस तरह कार्रवाई में तीन लाख ९७ हजार १६२ रुपये कीमत के डेड व जीवित समेत कुल १७१ रेलवे ई-टिकट बरामद कर जब्त किए गए हैं। रेलवे सुरक्षा बल का कहना है कि टिकट के अवैध कारोबार पर लगाम कसने व इसमें संलिप्त एजेंट की धरपकड़ करने सतत कार्रवाई जारी रखी जाएगी।एक हफ्ते पहले दीपका में की गई थी कार्रवाई
रेलवे सुरक्षा बल की टीम पिछले कुछ वक्त से ताबड़तोड़ अभियान चला रही, जिसके तहत इसी माह सप्ताह भर पहले भी एक कार्रवाई में दीपका से अवैध ई-टिकट का कारोबार करते एक एजेंट को रगे-हाथों पकड़ा गया था। वहां फोटोकॉपी की दुकान की आड़ में ई-टिकट का अवैध कारोबार करते रेलवे पुलिस बल ने एक आरोपित को पकड़ा। दीपका में हुई कार्रवाई के दौरान आरोपित के पास से ५५ हजार २०७ रुपये कीमती ई-टिकट भी बरामद कर जब्त किए हैं। लंबे समय से मिल रही शिकायतों के आधार पर आरपीएफ कोरबा टीम ने छापामार कार्रवाई करते हुए उसे पकड़ा।पर्सनल यूजर आइडी का खेल
आरपीएफ की ज्यादातर कार्रवाई में पर्सनल यूजर आइडी का खेल सामने आता रहा है, जिसमें एजेंट एक से अधिक आइडी बनाकर टिकट बुकिंग कर लेते हैं और अपना गोरखधंधा चलाते हैं। दीपका, छुरी व निहारिका समेत तमाम कार्रवाई में पकड़े गए आरोपित के नाम यूजर आइडी भी जब्त की गई। इस तरह स्पष्ट है कि फर्जी आइडी व पासवर्ड बनाकर रेलवे ई-टिकट तैयार करने का हुनर तेजी से फल-फूल रहा है, जिसके झांसे में आकर नियम में चलकर थोड़ी सी कठिनाई से बचने लोग अपनी गाढ़ी कमाई लुटा बैठते हैं। इस तरह रेलवे को भी नुकसान होता है।