पटना(एजेंसी):बिहार सरकार के बाद अब केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने भी स्कूलों की ट्यूशन फीस पर रोक लगानी शुरू कर दी है। इसकी शुरुआत सीबीएसई ने छात्रवृत्ति से की है। सीबीएसई की सिंगल गर्ल चाइल्ड छात्रवृत्ति उन्हीं स्कूलों के छात्राओं को मिलेगी, जिन्होंने ट्यूशन फीस में 10 फीसदी तक ही वृद्धि की होगी। साथ ही स्कूलों की ट्यूशन फीस एक हजार पांच सौ रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। बोर्ड ने इसकी जानकारी तमाम स्कूलों को भेज दी है। हालांकि स्कूलों ने अपनी मनमानी नहीं रोकी तो इसका खामियाजा छात्राओं को भुगतनी पड़ेंगी। ज्ञात हो कि बोर्ड ने इस छात्रवृत्ति के लिए आवेदन के लिए 18 अक्टूबर तक की तिथि जारी की है। जिन छात्राओं को 2018 से छात्रवृत्ति मिल रही हैं, वे पहले रिन्यूअल के लिए 15 नवंबर, 2019 तक आवेदन करेंगी। छात्राएं इस बार सीधे बोर्ड की वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकती हैं। इस बार शपथपत्र भी भराया जाएगा। आवेदन के लिए छात्राओं को 10वीं का अंक पत्र और प्रमाणपत्र देना होगा।
पांच सौ रुपये मिलते हैं
11वीं व 12वीं की पढ़ाई के लिए छात्राओं को हर माह पांच सौ रुपये दिये जाते हैं। पैसे सीधे छात्रा के बैंक खाते में जाते हैं। 2019 में बोर्ड परीक्षा पास छात्राएं ही फॉर्म भर सकती हैं।
इन बातों का रखें ख्याल
– छात्रा अपने अभिभावक की इकलौती संतान हो
– 10वीं पास सीबीएसई से मान्यता प्राप्त स्कूल से हो
– 11वीं की पढ़ाई मान्यता प्राप्त स्कूल से कर रही हो
– 10वीं बोर्ड में छात्रा को 60% से कम अंक न हो
– स्कूल की ट्यूशन फीस 17 सौ रुपये ही हो
– फीस दो साल में 10% से अधिक न बढ़ी हो
राजीव रंजन (सिटी कोआर्डिनेटर) ने कहा- सिंगल गर्ल चाइल्ड में फीस बढ़ोतरी को लेकर नियम बनाए गए हैं। स्कूल की मनमानी अब छात्राओं को भुगतनी पड़ेगी।