रेल संघर्ष समिति हस्ताक्षर , जनसंपर्क अभियान के बाद 17 को फूंकेगा रेल प्रबंधन का पुतला
कोरबा@M4S:यात्री गाडिय़ों को रद्द कर दिए जाने से कोरबा की जनता आक्रोशित है। रेल प्रबंधन के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट रहा है। रेल संघर्ष समिति के चेतावनी के बाद भी हसदेव एक्सप्रेस का परिचालन नियमित करने पर रेल प्रबंधन ने अब तक कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई है। । रेल प्रबंधन ने रैक नहीं होने की बात कह ट्रेन सप्ताह में दो दिन बंद रखने पर अड़ा हुआ है। इससे यात्रियों को रायपुर आवागमन में काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। संघर्ष समिति इसका विरोध जताते हुए 15 सितंबर को हस्ताक्षर व 16 को जनसंपर्क अभियान चलाएगी। इसके बाद 17 सितंबर को रेल प्रबंधन का पुतला फूंका जाएगा।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर मंडल की ओर से कोरबा से चलने वाली यात्री ट्रेनों को लगातार निरस्त किए जाने से यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दबाव के बाद पिछले डेढ़ साल से पटरी पर चल रही दो मेमू लोकल को नियमित करने का आदेश रेल प्रबंधन ने जारी किया, पर अब कोरबा-रायपुर-कोरबा के मध्य चल रही हसदेव एक्सप्रेस को बंद करने का सिलसिला शुरू कर दिया गया है। हसदेव एक्सप्रेस को 30 सितंबर तक सप्ताह में दो दिन निरस्त रखने की घोषणा की गई है। इससे क्षेत्र के यात्रियों को कोरबा-रायपुर के मध्य एक दिन में अप-डाउन करने की सुविधा बंद हो गई। हसदेव एक्सप्रेस बंद किए जाने पर संघर्ष समिति ने चरणबद्ध आंदोलन की रूपरेखा बैठक में तैयार की। निर्णय लिया गया कि रेल प्रशासन के खिलाफ आंदोलन लगातार जारी रहेगा, जब तक कि सभी ट्रेनों को यथावत नहीं चलाया जाता। इसके साथ ही 15 सितंबर को दोपहर दो से शाम चार बजे तक रेलवे स्टेशन के सामने हस्ताक्षर अभियान चलाकर लोगों से आंदोलन के लिए सहयोग मांगा जाएगा। 16 सितंबर को दोपहर एक से तीन बजे तक संजय नगर रेलवे क्रॉसिंग से पुराना पवन टॉकीज उषा कॉम्प्लेक्स रेलवे क्रॉसिंग तक विरोध रैली निकाल जनसंपर्क अभियान चलाया जाएगा। 17 सितंबर को आंदोलन करते हुए रेल अधिकारियों का पुतला फूंका जाएगा। समिति ने लगातार तीन दिन चलने वाले रेलवे के खिलाफ प्रदर्शन में बढ़चढक़र भागीदारी निभाने का निर्णय लिया है।
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हसदेव एक्सप्रेस का परिचालन नहीं हुआ नियमित, 15 SEPT से होगा आंदोलन
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