कोरबा@M4S: शहर का मौसम लगभग रोज बदल रहा है। कभी तेज तो कभी बदली और बारिश के हालत निर्मित हो रहे हैं। मौसम में हो रहे उतार-चढ़ाव के बीच एक बार फिर तापमान में इजाफा दर्ज किया गया है। वातावरण में नमी बरकरार है। वातावरण में नमी की वजह से उमस भरी गर्मी लोगों बेहाल कर रही है और लोगों को पसीना छुड़ा रही है। मौसम में हो रहे उतार-चढ़ाव के बीच 25 मई से नौपता प्रारंभ हो रहा है। इस बार तेज धूप नहीं, बल्कि उमस भरी गर्मी लोगों को बेहाल करने वाली है।
बताया जाता है कि जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करता है तब नौतपा प्रारंभ होती है। सूर्य के मृगशिरा नक्षत्र में आने से समाप्त होती है। नौतपा नौ दिनों की होती है। जब धरती पर तापमान सबसे अधिक होता है। इस बार भी नौपता 25 मई से प्रारंभ होगी और दो जून को समाप्त होगा। ज्येष्ठ माह के इस नौ दिनों में सबसे अधिक गर्मी पड़ती है। लोगों ने उमस भरी गर्मी से राहत पाने के लिए पंखा, कूलर और एसी की ठंडी हवाओं का सहारा लेना पड़ रहा है। लोगों का पसीना छूट रहा है। इससे लोग बेहाल हो रहे हैं। हालांकि उमस बढऩे के बाद से मटके और शीतल पेय पदार्थों की मांग बढ़ गई है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में मौसम में बदलाव का अनुमान लगाया है। इससे कई इलाके में हल्की बारिश के साथ ही तेज धूप से राहत मिलने की बात कही गई है। मौसम में लगातार हो रहे बदलाव का असर लोगों के स्वास्थ्य पर पडऩे लगा है।मौसम विभाग की मानें तो इस बार मानसून 18 जून तक प्रदेश में दस्तक दे सकती है। वर्तमान में हो रहे मौसम में बदलाव, हल्की हवा के साथ बारिश प्री मानसून का एक रुप है। इससे किसानों में भी इस बार खासा उत्साह है। किसानों को उम्मीद है कि मानसून समय पर आएगी और खेती किसानी काम भी समय पर शुरू होगा, इससे बेहतर फसल की उम्मीद लगाए हुए हैं। कुछ किसानों ने इसकी तैयारी शुरू भी कर दी है और समितियों से खाद, बीज सहित अन्य जरूरीय सामाग्रियां एकत्र करने में जुटी हुईं है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार जनवरी से सूर्य की उत्तरायण यात्रा शुरू होती है। इसी के साथ दिन की लंबाई भी बढऩे लगती है। मई तक सूर्य की किरणें पृथ्वी पर सीधे पडऩे लगती हैं। इनके अधिक समय तक पृथ्वी पर बने रहने के कारण तापमान काफी बढ़ जाता है। इसलिए नौतपा में गर्मी अधिक पडऩे लगती है। नौतपा में पहले तीन दिन तेज हवा और बूंदाबांदी की संभावना है। आखिरी तीन दिन बूंदाबांदी के साथ तेज वर्षा की संभावना रहेगी। यह स्थिति तब बनती है जब सूर्य का वृषभ चक्र और मौसम के कारक बुध और चंद्र का केंद्र त्रिकोण संबंध होता है। नौतपा का प्रभाव तीसरे दिन से पूर्वोत्तर से शुरू होकर दक्षिण-पश्चिम में विशेष रूप से दिखाई देगा।
मौसम में हो रहे उतार-चढ़ाव के बीच 25 से तपाएगा नौतपा उमस भरी गर्मी छुड़ा रही लोगों का पसीना

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