हालांकि, सवाई माधोपुर में पुलिस ने उसे रंगे हाथों पकड़ने के लिए जाल बिछाया। एक कॉन्स्टेबल को फर्जी दूल्हा बनाया गया। वो एजेंट के पास दूल्हा बनकर गया। एजेंट ने महिला की तस्वीर दिखाई। इसके बाद पुलिस भी एजेंट का पीछा करते-करते महिला तक पहुंच गई। महिला को भोपाल में गिरफ्तार किया गया।
कैसे पुरुषों को अपना शिकार बनती थी अनुराधा?
पुलिस ने बताया कि अनुराधा पासवान पूरी प्लानिंग के साथ पुरुषों को अपना शिकार बनाती। वह खुद को गरीब बताती। इसके बाद पीड़ित से शादी रचाती। आरोपी महिला पीड़ित के साथ किसी मंदिर में शादी करती। शुरुआत में आरोपी महिला ससुराल में बहुत ही प्यार से रहती। एक बार जब वो ससुराल वालों का भरोसा जीत लेती तो वो भोजन में नशीला पदार्थ मिलाकर आभूषण, नकदी और अन्य कीमती सामान लेकर भाग जाती।
पीड़ित ने सुनाई आपबीती
20 अप्रैल को सवाई माधोपुर के रहने वाले विष्णु शर्मा ने आरोपी अनुराधा पासवान से शादी रचाई थी। शादी हिंदू-रिती रिवाज के जरिए हुई। एजेंट पप्पू मीना ने जरिए ये शादी तय की गई थी। विष्णु ने एजेंट को दो लाख रुपये भी दिए थे। शादी के दो सप्ताह के भीतर पासवान ने 1.25 लाख रुपये के आभूषण, 30, 000 रुपये नकदी और 30,000 रुपये कीमत का मोबाइल फोन लेकर फरार हो गई।
विष्णु शर्मा ने कहा कि वो ठेला चलाता है। उसने जो मोबाइल उधार के पैसे खरीदा था, वो भी आरोपी ने ले लिया।