कोरबा@M4S:कोरबा के जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में 6. 1. 2025 से 8 .1.2025 तक तीन दिवसीय कला शिक्षण के अंतर्गत डीएलएड प्रथम वर्ष के छात्र अध्यापकों के द्वारा चित्रकला पेंटिंग छत्तीसगढ़ी व्यंजन एवं शिल्प कला काष्ठ कला मिट्टी कला के अंतर्गत प्राचीन परंपरागत एवं नवीन संस्कृतियों को पुनः स्थापित करने का प्रयास डाइट के प्राचार्य श्री राम हरि सराफ के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में एवं वरिष्ठ व्याख्याता श्रीमती जी कुमार के मार्गदर्शन यह कार्यक्रम कुशलता से संचालित किया गया
कला शिक्षा के अंतर्गत चित्रकला पेंटिंग जिसमें वर्ली आर्ट मधुबनी आर्ट लिप्पन आर्ट एवं अन्य कलाओं के माध्यम से छात्र अध्यापकों ने अपनी मनन चिंतन एवं रचनात्मक कौशल के आधार पर विभिन्न रंगों का समायोजन करते हुए खूबसूरत चित्रों को प्रदर्शित किया जिसके माध्यम से कक्षाओं में अध्यापन कार्य को रुचिकर एवं सुगम बनाया जा सकता है इसी प्रकार शिल्प कला में वॉटरफॉल वॉलपुट्टी एवं मिट्टी के द्वारा प्रकृति के सुंदर आकृतियों को बनाया गया और विभिन्न प्रकार के प्राचीन कृत्रिम गहनों से सजाया गया इसी प्रकार उनकी कलात्मक क्षमता का विकास स्पष्ट दिखाई दिया हमर संस्कृति हमर पहचान छत्तीसगढ़ के सुघर पकवान के अंतर्गत छत्तीसगढ़ के तीज त्योहार में बनाए जाने वाले पकवान ठठरी खुरमी इरिस बोगरा चौसेला सोहारी लाडू फरा गुलगुला देहाती बड़ा तिल लड्डू फली लड्डू आदि व्यंजनों का छात्र अध्यापकों ने स्वयं निर्माण कर प्रदर्शित किया जिसका डाइट के समस्त छात्र अध्यापक एवं समस्त स्टाफ ने संगीत में वातावरण में आनंद उठाया डीएलएड का कोर्स प्राथमिक विद्यालय स्तर पर शिक्षक बनने की पूर्व प्रशिक्षण होता है जिनका बहुमुखी विकास इस प्रशिक्षण के माध्यम से सुनिश्चित होता है अतः डाइट के समस्त अकादमिक सदस्य निरंतर छात्र अध्यापकों की प्रतिभा को निखारने हेतु प्रयत्नशील रहते हैं ताकि छत्तीसगढ़ के शासकीय विद्यालयों को बहुमुखी प्रतिभा से संपन्न शिक्षक मिल सके इस कार्यक्रम में कला शिक्षण प्रभारी जी. कुमार के अलावा वरिष्ठ व्याख्याता एवं पी एस टी ई प्रभारी पीके कौशिक आई एस टी प्रभारी अरविंद शर्मा व्याख्याता आर आर जाटवर गौरव शर्मा जसप्रीत कौर फ्लोरा किरण लता शर्मा चेतना आशु गुप्ता पूजा बघेल एवं समस्त कार्यालय स्टाफ का सराहनीय सहयोग रहा।