कोरबा@M4S: जिला कांग्रेस कमेटी कोरबा के तत्वाधान में रामपुर आई टी आई तानसेन चौक के पास संविधान रक्षक अभियान के तहत् एक आमसभा का आयोजन किया गया। इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने भारतीय संविधान के मूल्यों को बचाने और लोगों को इसके प्रति जागरूक करने पहुंचे।
सभा समापन पश्चात पद मार्च करते हुए कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और कार्यपालिक दण्डाधिकारी श्री पटेल को महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।
इस मौके पर महापौर राजकिशोर प्रसाद ने कहा कि बीजेपी हमेशा से लोकतंत्र और संवैधानिक मूल्यों के प्रति तिरस्कार दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ती। इस बार तो हद ही पार कर दी. संविधान के पचहत्तर वर्ष पूरे होने पर कांग्रेस समेत इंडिया गठबंधन के दलों ने संसद में सरकार से संविधान पर चर्चा की मांग रखी, अडानी, मणिपुर, संभल जैसे मामलों पर सदन में बहस की मांग लगातार ठुकराए जाने के बाद प्रतिपक्ष को संविधान पर चर्चा की मांग मान ली गई इस मौके पर कांग्रेस समेत सभी दलों ने सरकार को लोकतांत्रिक और संवैधानिक मूल्यों की प्रतिबद्धता याद दिलाई. समता, समानता और न्याय के डॉ. अंबेडकर के आदर्शों पर बोलने की सलाह बीजेपी को कतई रास नहीं आई। सत्ता पक्ष ने लगातार विपक्ष को बोलने से रोकने की कोशिश की. यही नहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने डॉ. अंबेडकर का अपमान कर संघ और बीजेपी की मनुवादी मानसिकता उजागर कर दी।
सभापति श्याम सुंदर सोनी ने कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अभी एक फैशन हो गया है अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर। इतना नाम अगर भगवान का लेते हो तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता। हमने गृहमंत्री के इस वक्तव्य की आलोचना कर कहा कि संवैधानिक पद पर बैठे जिम्मेदार नेता का ऐसा कहना निंदनीय है व उन्हें पूरे राष्ट्र से क्षमा मांगनी चाहिए।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुरेन्द्र प्रताप जायसवाल ने बताया कि आरक्षण खत्म करने की साजिश के तहत बीजेपी की संविधान बदलने की कोशिश को 2024 के आम चुनाव में जनता ने नाकाम कर दिया था और बैसाखी सरकार बना कर लोकतांत्रिक मूल्यों का पाठ पढ़या था. लेकिन बीजेपी ये खीज अब संविधान निर्माता पर निकाल रही है और बाबा साहेब का अपमान किया गया है. लेकिन दुख की बात ये है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमित शाह को सीख देने के बजाय आरोप प्रत्यारोप की राजनीति तेज कर दी.
जिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सपना चौहान ने कहा कि कांग्रेस समेत प्रतिपक्ष ने पीएम मोदी से अमित शाह के इस्तीफे की मांग की है. लेकिन मोदी सरकार डॉ. अंबेडकर के अपमान को अपराध मानने को तैयार नहीं है. उल्टे बीजेपी ने संसद की कार्रवाई ठप रखी.
यही नहीं अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस सांसदों के साथ धकामुकी की गई, पार्टी अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे को गिरा दिया गया. बीजेपी ने षड्यंत्र के तहत नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ संगीन धाराओं के तहत एफआईआर भी दर्ज करा दी गई। उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी और उसकी मातृ संस्था हमेशा से डॉ. अंबेडकर और संविधान विरोधी रही है. इन्होंने न सिर्फ संविधान के निर्माण के समय से ही विरोध किया, बल्कि इससे पहले डा. आंबेडकर को चुनाव हरवाया था। कांग्रेस डॉ. अंबेडकर के अपमान को लेकर अमित शाह के इस्तीफे की मांग पर अटल है. जब तक अमित शाह इस्तीफा नहीं देंगे, हम कांग्रेसजन विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे।
सुरेश सहगल, लक्ष्मीनारायण देवांगन, गजानंद प्रसाद साहू, यू आर महिलांगे, नारायण कुर्रे, मुकेश राठौर, मो. शाहिद, संतोश राठौर, राजेन्द्र तिवारी, रवि खुंटे, प्रदीप अग्रवाल, प्रवीण ओगरे, प्रदीप पुरायणे, पालूराम साहू, बद्री किरण, गंगाराज भारद्वाज, सुखसागर निर्मलकर, मनकराम साहू, गीता गभेल, कुंज बिहारी, लखनलाल सहिस, पवन विश्वकर्मा, गणेश दास महंत, जवाहर निर्मलकर, महेन्द्र निर्मलकर, एफडी मानिकपुरी, रामकुमार राठौर, राजेश यादव, पुष्पा पात्रे, आदि ने सभा को संबोधित किया।
इस अवसर पर अमीत सिंह, हीरालाल, मरावी, ज्ञानचंद राठौर, नितेश यादव, कुशल साहू, सुभाष राठौर, तरूण सिंह, आलोक तिवारी, लखन सिदार, अविनाश बंजारे, गुलशन साहू, राधेलाल, विनय कुमार, चालेश्वर राठौर, शांता यादव, टीकी महंत, माधुरी धु्रव, श्यामा खुंटे, संजू पैकरा, नीलू शर्मा, श्याम धीवर, त्रिवेणी मिरी सहित भारी संख्या में कांग्रेसी उपस्थित थे।