कोरबा@M4S:आगामी 3 अक्टूबर को ज्योति कलश की स्थापना की जाएगी। इसे लेकर मंदिर में तैयारियां की जा रही है। घट स्थापना क लिए बनाए भवनों की साफ-सफाई का कार्य पूरा कर लिया गया है और कलश को व्यवस्थित करने का कार्य शुरू किया गया है। इस बार भी माता रानी के दरबार में विदेश में रहने वाले भक्तों के मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित होंगे। घट स्थापना के दिवस मंदिर में श्रद्धालु बड़ी संख्या में पहुंच सकते हैं। इसे देखते हुए मंदिर समिति ने जिला प्रशासन से सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने की मांग की है।
शारदीय नवरात्र 3 अक्टूबर शनिवार से शुरू हो रहा है। इसे लेकर देवी मंदिरों में तैयारी जोरों पर है। जिले के सभी देवी मंदिरों में दीप प्रज्जवलित करने के लिए श्रद्धालुओं मे उत्सुकता दिखाई दे रही है। श्रद्धालु रोजाना मंदिरों में पहुंच रहे हैं और ज्योति कलश प्रज्जवलित करने के लिए रसीद कटवा रहे हैं। नवरात्र में घट स्थापना का विशेष महत्व है। जिले के सभी देवी मंदिरों में घट स्थापना का कार्य नवरात्र प्रारंभ होने के दिन शुभ मुहूर्त में किया जाता है। भक्त अपनी आस्था और सामर्थ्य के अनुसार देवी मंदिरों में ज्योति कलश प्रज्जवलित करने के लिए समितियों से संपर्क कर रहे हैं। इस नवरात्र में सबसे अधिक ज्योति कलश सर्वमंगला मंदिर में प्रज्जवलित होंगें। अभी तीन दिन का समय बचा है, मगर कलश ज्योति के लिए रसीद कटवाने वालों की संख्या 11 हजार पहुंच गई है। इस साल तेल से दीपक जलाने के लिए 6 हजार और घी से ज्योत प्रज्जवलित करने के लिए 5 हजार भक्तों ने अभी तक रसीद कटवाया है। सर्वमंगला मंदिर में इस बार अमेरिका से 4, सिंगापुर, म्यामार और आस्ट्रेलिया से एक-एक भक्तों ने भी दीप प्रज्जवलित करने को लेकर मंदिर समिति से पर्ची हासिल किया है।
2100 से 2500 रुपए में प्रज्जवलित होंगे घृत ज्योति
देवी मंदिरों में घृत ज्योति कलश की स्थापना के लिए श्रद्धालुओं से समितियां 2100 से ढाई हजार रुपए तक ले रही हैं जबकि तेल से ज्योति कलश प्रज्जवलित करने के लिए 700 से 800 रुपए समितियां ले रही हैं। समितियों का कहना है कि पिछले साल की तुलना में घी और तेल की कीमतों में बढ़ोत्तरी हुई है मगर भक्तों पर आर्थिक बोझ ज्यादा न पड़े इसे देखते हुए ज्योति कलश स्थापना से संबंधित शुल्क में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की गई है।