कोरबा@M4S: कटघोरा वन परिक्षेत्र में चार लोगों को मौत की नींद सुलाने के बाद दंतैल हाथी ने बालको वन परिक्षेत्र में कहर बरसाना शुरू कर दिया है। इस बार कोरबा वन मंडल के वनांचल क्षेत्र में हाथी ने कुचल कर पहाड़ी कोरवा महिला को मौत के घाट उतार दिया। हाथी ने दो बैलों को भी मार डाला। घटना के बाद ग्रामीणों में भारी दहशत है।
घटना बालको वन परिक्षेत्र पंचायत माखुरपानी ग्राम गढकटरा की है। जानकारी के मुताबिक शुक्रवार की देर रात की यह घटना है जहां पर हलाई बाई पहाड़ी कोरवा (75 वर्ष) अपने घर में सो रही थी। इसी बीच दंतैल हाथी ने घर को तोड़ते हुए हमला कर वृद्धा को मौत के घाट उतार दिया। सूचना मिलते ही सुबह सरपंच एवं वन कर्मी घटनास्थल पहुंचे।एक तरफ वन विभाग द्वारा हाथी की निगरानी का दावा किया जा रहा है। दूसरी ओर हाथी उत्पात मचाते हुए लोगों को मौत के घाट उतार रहा है। पिछले एक माह के भीतर हाथी ने पांच लोगों को मौत के घाट उतारा है। हाथी के हमले में लगातार लोगों की जान जा रही है। इसके बावजूद हाथी को जंगल में खदेडऩे वन अमला नाकाम साबित हो रहा है। हाथी को कंट्रोल करने के लिए कुमकी का सहारा भी लिया गया था, लेकिन कुमकी के लौटने के बाद हाथी एक बार फिर आतंक मचाने लगा है। हाथी के उत्पात मचाने से लोगों में भारी दहशत है। लोगों को अपनी जान माल की सुरक्षा की चिंता सता रही है।
नदी पार कर पहुंचा बालको परिक्षेत्र
कटघोरा वनमंडल में एक माह के भीतर पांच ग्रामीणों को मार चुका दंतैल हाथी हसदेव नदी को पार कर कोरबा वनमंडल में दाखिल हुआ है। दंतैल बालको परिक्षेत्र के ग्राम कछार स्थित जंगल के आसपास विचरण कर रहा था। इससे कोरबा वनमंडल में ग्राम कछार और इसके आसपास रहने वाले लोगों की चिंता बढ़ गई थी। ग्रामीण अपनी जान-माल की सुरक्षा को लेकर चिंतित है। वन विभाग हाथी की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और कछार के आसपास स्थित गांव में मुनादी कराई जा रही है। लोगों से कहा जा रहा है कि घरों से बाहर नहीं निकले। जंगल जाने से बचें।
झुंड से अलग होकर हुआ आक्रमक
बताया जाता है कि गुरूवार की रात कटघोरा वनमंडल में एक ग्रामीण को मारने के बाद दंतैल हाथी वन परिक्षेत्र चैतमा की तरफ बढ़ गया था। यहां से जटगा होकर एतमानगर वन परिक्षेत्र में दाखिल हुआ और गुरूवार-शुक्रवार की दरमियानी रात दंतैल हाथी ने ग्राम पाथा के करीब हसदेव नदी को रात में पार किया। यहां से निकलकर दंतैल बालकोनगर वन परिक्षेत्र के अंतर्गत स्थित ग्राम कछार के जंगल पहुंचा। गौरतलब है कि दंतैल हाथी झुंड से अलग होकर अकेला विचरण कर रहा है। वर्तमान में यह हाथी बेहद आक्रमक है। मौका मिलते ही लोगों को मार देता है।