भाजपा प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में राष्ट्रीय हथकरघा दिवस पर आयोजित बुनकर संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए उप मुख्यमंत्री अरूण साव, प्रदेश महामंत्री संगठन पवन साय,वाणिज्य उद्योग और श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन, उप मुख्यमंत्री अरूण साव ने कहा:5 साल में कांग्रेस नहीं दे सकी बोनस, भाजपा ने किसानों को दिया 12 दिन में
रायपुर@M4S:आज भाजपा प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में राष्ट्रीय हथकरघा दिवस पर आयोजित बुनकर संवाद कार्यक्रम में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री अरूण साव, प्रदेश महामंत्री संगठन पवन साय,वाणिज्य उद्योग और श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन बतौर मुख् अतिथि के रुप में शामिल हुए।
बुनकर संवाद में प्रदेश भर के बुनकर अधिक संख्या में शामिल हुए। इस अवसर पर संबोधित करते हुए प्रदेश के वाणिज्य उद्योग और श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन ने बुनकरों के लिए बड़ी घोषणा की। मंत्री श्री देवांगन ने बताया की प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज बुनकरों की बुनाई मजदूरी में 20 फीसदी की वृद्धि की गई है। जो की आज से प्रभावशील हो गई है। इससे बुनाई कार्य के रोजगार मे लगे 60 हजार से अधिक बुनकर परिवार को सीधे तौर पर लाभ होगा।
मंत्री श्री देवांगन ने कहा की बुनकर विशेष तौर पर देवांगन समाज की श्रम शक्ति और ज्ञान शक्ति आज पूरे देश के साथ – साथ विदेशों में विख्यात है। उन्होंने कहा की बीते 5 साल में बुनकरों को बहुत अहित हुआ, लेकिन अब भाजपा की विष्णुदेव सरकार में बुनकरों को हर संभव मदद की जाएगी। आज इसकी शुरुआत हो रही है।देवांगन समाज आज संगठित समाज है, और सभी मिलकर अपने क्षेत्र, समाज के किए कार्य कर रहे हैं।
अपने संबोधन में उप मुख्यमंत्री अरूण साव ने कहा की आज ऐतिहासिक दिन है जब बुनकरों के मजदूरी में 20 फीसदी का इजाफा किया जा रहा है। विष्णुदेव की सरकार हर वादे पूरी कर रही है। कांग्रेस की सरकार ने किसानों को बोनस 5 साल में नहीं दे सकी। लेकिन भाजपा की सरकार बनते ही सिर्फ 12 दिन में ही बोनस की राशि जारी कर दी है। श्री साव ने कहा की ईमानदार और मेहनती देवांगन समाज आज तेज गति से हर क्षेत्र में अग्रसर है।इस अवसर पर प्रदेश महामंत्री संगठन पवन साय ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम में भाजपा के बुनकर प्रकोष्ठ के अध्यक्ष पुरुषोत्तम देवांगन, रामगोपाल देवांगन, ओम प्रकाश देवांगन,कमल देवांगन,पदमा देवांगन,प्रदीप देवांगन, महेश देवांगन समेत अधिक संख्या में बुनकर प्रकोष्ठ के पदाधिकरी उपस्थित रहे।