कोरबा@M4S:कोरबी से रानीअटारी निर्माणधीन सड़क पूर्ण होने से पहले ही उखड़ने लगी है। सरमा से 4 किलोमीटर तक बनाई जा सकी सड़क जगह-जगह गड्ढों में तब्दील हो गई है। कहीं सड़क धंस गया है तो कई स्थानों से डामर व गिट्टी सड़क से अलग हो गए हैं। इससे सड़क की गुणवत्ता की पोल खुल गई है।
कोरबी से रानीअटारी मार्ग विगत 6-7 साल से जर्जर था। क्षेत्र वासियों एवं जनप्रतिनिधियों के द्वारा कई बार आंदोलन किया गया, सड़क निर्माण के लिए टेंडर भी हुआ लेकिन निर्माण नहीं। जर्जर सड़क को बनाने की मांग को लेकर जनवरी-फरवरी में क्षेत्रवासियों के द्वारा चक्काजाम किया गया था इसके परिणाम स्वरूप रानीअटारी के सब एरिया मैनेजर के द्वारा शीघ्र ही सड़क निर्माण कराने का लिखित आश्वासन दिया गया था। उक्त मार्ग के लिए टेंडर प्रकिया पूरी कर अप्रैल में कार्य प्रारंभ कर दिया गया। निर्माण कार्य कछुए की चाल से चलते हुए आज कोरबी से सरमा तक महज 4 किलोमीटर का कार्य ही पूर्ण हुआ है और सरमा से रानीअटारी मार्ग अभी भी अधर में लटका हुआ है । कोरबी से सरमा तक बनाए गए 4 किलोमीटर की सड़क की गुणवत्ता की पोल दो माह के भीतर ही खुल गई। जगह-जगह सड़क धंस गई है, वहीं डामर व गिट्टी अलग हो गए हैं। इतनी कम दूरी की सड़क में जगह-जगह नवनिर्मित सड़क उखड़ गई है। इससे लोग दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। सड़क नई बनने के कारण लोग वाहनों को तेज रफ्तार से चला रहे हैं लेकिन अचानक गड्ढा आने से दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं।
प्रबंधन व ठेकेदार गुणवत्ता को लेकर गंभीर नहीं
ग्रामीणों का कहना है कि यदि इसी तरह गुणवत्ताहीन सड़क निर्माण कराया गया तो कुछ माह में ही सड़क की स्थिति पहले से भी बदतर हो जाएगी। इससे पता चलता है कि प्रबंधन व ठेकेदार सड़क की गुणवत्ता को लेकर गंभीर नहीं है बल्कि लोगों के आक्रोश को शांत करने सड़क निर्माण के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है। प्रबंधन के अधिकारी और ठेका कंपनी सड़क की गुणवत्ता पर कोई ध्यान नहीं दे रहे। सिर्फ पैसे की बर्बादी की जा रही है। ऐसी सड़क निर्माण से आम लोगों का कोई भला नहीं हो सकता।