सह अस्तित्व मानव सेवा संस्थान का शिक्षादान दूसरे वर्ष भी जारी
कोरबा@M4S: शिक्षादान से बढ़कर कोई दान नहीं। अगर आप किसी की शिक्षा में मदद कर रहे, तो न केवल उस विद्यार्थी का वर्तमान सुरक्षित हो रहा, आप उसका भविष्य संवारने एक अहम भूमिका अदा कर रहे। हमने जो भी पाया, इसी समाज से पाया, इसलिए जब कभी समाज को कुछ लौटाने का अवसर आता है, हम पूरी तरह तत्पर रहते हैं। यही भाव लेकर सुनीता की शिक्षा का दायित्व उठाते हुए निजी स्कूल में दाखिला कराया गया है और अब वह बेसहारा नहीं। यह कहना है कि स्वयंसेवी संस्था सह अस्तित्व मानव सेवा संस्थान के अध्यक्ष एवं जिले के ख्यातिलब्ध अस्थिरोग विशेषज्ञ डॉ. एस चंदानी का। उनकी संस्था सह अस्तित्व ने बालिका गृह की बालिका सुनीता (बदला हुआ नाम) की शिक्षा-दीक्षा की जिम्मेदारी अपने कंधों पर उठाई है। सुनीता ने तीसरी की पढ़ाई कर अब कक्षा चौथी में शासकीय प्राथमिक शाला पीडब्ल्यूडी रामपुर में पढ़ाई कर रही है। कक्षा तीसरी से संस्था ने आगे की शिक्षा के लिए उसका दाखिला सरस्वती शिशु मंदिर में कराया गया है। 12वीं तक की पढ़ाई का सारा खर्च संस्था की ओर से वहन किया जाएगा। बालिका की देखरेख सुमति समाजसेवी संस्था की ओर से की जाएगी। लोगों की मदद के लिए कार्यरत अग्रणी संस्था सह अस्तित्व मानव सेवा संस्थान ने बालिका को शिक्षादान जारी रखा है, ताकि वह अच्छी तालीम लेकर अपने पैरों पर खड़ी हो सके और आत्मनिर्भर बन सुनहरे भविष्य के रास्ते तय करने मदद मिले। डॉ चंदानी ने कहा कि समाज के प्रति अपनी भागीदारी सुनिश्चित करना हम सभी की जिम्मेदारी है। नौ साल पहले यही उद्देश्य लेकर सह अस्तित्व का गठन किया गया।