कोरबा@M4S:कोरबा क्षेत्रीय प्रबंधन के गैरजिम्मेदाराना हरकतों के वजह से एसईसीएल कोरबा एरिया स्थित बाकी चिकित्सालय की वर्तमान स्थिति बहुत ही खराब हो गई है इस संबंध मे एटक के प्रदेश कार्यवाहक अध्यक्ष दीपेश मिश्रा ने बतलाया कि 1980-90 दशक मे कोरबा एरिया का मुख्य चिकित्सालय बांकी हुआ करता था और उसे 50 बेडेड हॉस्पिटल बनाया गया था पंरतु कोरबा क्षेत्रीय प्रबंधन के सौतेला व्यवहार के चलते आज बांकी हॉस्पिटल एक डिस्पेंसरी में तब्दील हो गई है जो ठीक नही है क्योंकि आज भी कोरबा क्षेत्र के 75 फीसदी कामगारों का इलाज वहीं किया जाता है परंतु क्षेत्रीय प्रबंधन के साजिश का दंश बांकी हॉस्पिटल झेल रहा है उन्होंने आगे बताया कि आज पूरे कोरबा शहर मे गर्म लू चल रहा है वहीं बाकी हॉस्पिटल में सिर्फ एक ए.सी. है वो भी सिर्फ मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कमरे में बाकी तमाम कमरों मे मरीज गर्मी के चलते परेशान है परंतु क्षेत्रीय प्रबंधन को इससे कोई लेना देना नहीं है इस संबंध मे इकाई स्तर पर एटक संगठन के नुमाइंदों ने बांकी चिकित्सालय के चीफ मेडिकल ऑफिसर को अवगत किया तब उन्होंने बताया कि मार्च महीने में ही कोरबा क्षेत्रीय मुख्यालय में एयर कंडीशन रिक्वायरमेंट प्रस्ताव संबंधित फाइल सक्षम अधिकारी को प्रस्तुत कर दिया गया है परंतु जिम्मेदार सक्षम अधिकारी उस फाइल को इधर-उधर कर रहे है हम क्या करें लाचार है इस बाबत दीपेश मिश्रा ने आगे कहा कि बांकी चिकित्सालय के लिए जरूरी ए.सी. इंडेंट फाइल को रोका जाना पूरी तरह अमानवीय ही नही बल्कि एक गंभीर बात है और जो भी अधिकारी ये ओछी हरकत कर रहा है इसका जांच किया जाना चाहिए उन्होंने आगे कहा कि कोरबा एरिया के प्रबंधन को सिर्फ कोयला उत्पादन लक्ष्य कैसे पूरा हो उसी की चिंता है इनको मजदूरों के हितों से कोई लेना देना नही है उन्होंने अंत मे क्षेत्रीय प्रबंधन को कहा कि हम भी चाहते है की कोरबा क्षेत्र निर्धारित उत्पादन लक्ष्य को पूरा करे हम इसमें सहयोग करेंगे और उम्मीद करेंगे की क्षेत्रीय प्रबंधन व इकाई प्रबंधन मजदूरों के जो कल्याणकारी कार्य है उसे बेहिचक पूरा करे तथा बांकी चिकित्सालय मे तत्काल ए.सी. मुहैया किया जाए,