कोरब@M4S:कोरबा जिले के एक पहाड़ी कोरवा ने पैतृक जमीन पर किये गये कब्जे के शिकायत का निराकरण न होने और शासन प्रशासन के उदासीन रवैये से परेशान होकर आमरण अनशन व आत्मदाह करने के संबंध में सूचना कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौपा है,ग्राम आछीमार निवासी फिरतराम कोरवा पहाडी कोरवा समुदाय से है। उसने शिकायत किया है कि मेरी पूर्वजों की जमीन व उसके द्वारा बनाया हुआ मकान जो कि पंडित रविशंकर शुक्ल नगर, अटल आवास के सामने स्थित है।
जिसे चेतन चौधरी, दीपक चौधरी पिता चेतन चौधरी व रंजना सिंह नामक फर्जी आदिवासी बनकर उस महिला के द्वारा जबरन ताला तोड़कर घर व अंदर स्थित निजी सामान को कब्जा कर लिया गया है।इनके विरूद्ध सिविल लाईन रामपुर,थाना, अ.जा.क.थाना और पुलिस अधीक्षक कार्यालय कोरबा में कई बार शिकायत किया गया,लेकिन रंजना सिंह व चेतन चौधरी की ऊँची पहुँच व रसुक से हर बार पुलिस को गुमराह करते रहे। रंजना सिंह, चेतन चौधरी व दीपक चौधरी के द्वारा मुझसे मारपीट व जातिगत गाली-गलौच किया गया था। जिस पर आज दिनांक तक किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं हुई। शासन प्रशासन से बार बार न्याय का गोहार लगाने पर भी मुझे स्थानीय प्रशासन से अभी तक किसी प्रकार से न्याय नहीं मिला। जिससे परेशान होकर उसके ऊपर किये जा रहे गुन्डा गर्दी मारपीट से आहत होकर मैं अपने पूरे परिवार के साथ कलेक्टर कार्यालय के सामने आमरण अनसन करने जा रहा हूं। उसके बाद भी मुझे न्याय नहीं मिलने पर पूरे परिवार के साथ आत्मदाह की चेतावनी दी है,जिसका संपूर्ण जवाबदारी रंजना सिंह,चेतन चौधरी के पुत्र दीपक चौधरी,पास्टर चंद्रा व संपूर्ण जिला व पुलिस प्रशासन का होगा। गरीब किसान कोरवा जनजाति के लोगों को न्याय दिलाने की मांग प्रशासन से की है, दोषी लोगों के खिलाफ कठोर कार्यवाही कर भूमि व मकान पर कब्जा दिलाने का मांग की है.