कोरबा@M4S:कमॅर्शियल कोल माइनिंग के तहत 9वें दौर की नीलामी की प्रक्रिया का शुभारंभ हो गया है। इसके तहत चार राज्य छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, झारखंड एवं तेलंगाना में स्थित 26 कोल ब्लॉक्स की नीलामी होगी।इसमें छत्तीसगढ़ के आठ कोल ब्लॉक शामिल है। कोयला मंत्रालय ने कोरबा जिले में स्थित करतला नार्थ और साउथ कोल ब्लॉक को भी नीलाम करने की पेशकश की है।करतला ब्लॉक में लगभग 1050 मिलियन टन कोयले का अनुमानित भंडार है।
यह दूसरा अवसर है, जब कोयला मंत्रालय ने नीलामी के लिए करतला कोल ब्लॉक की पेशकश की है। इसके पहले आठवें चरण में भी मंत्रालय ने नीलामी के लिए इस ब्लॉक की पेशकश की थी, लेकिन किसी भी कंपनी ने इस ब्लॉक को लिए बोली नहीं लगाई। कमर्शियल कोल माइनिंग के नौंवें चरण में कोयला मंत्रालय ने एक बार फिर कोयला खनन के लिए इस ब्लॉक की पेशकश की है। कोयला मंत्रालय करतला कोल ब्लॉक को माइंस एंड मिनरल डेव्लपमेंट एमेडमेंट (एमएमडीआर) बिल 2023 के अनुसार विकसित करने की रणनीति तैयार किया है। इसके तहत ऊंची बोली लगाने वाली कंपनी को करतला ब्लॉक प्रदान की जाएगी। कंपनी चाहे तो कोयले का उपयोग करें। अन्यथा पूरा कोयला बाजार में बेच सकती है।नीलामी सूची में छत्तीसगढ़ के 8 कोयला खदानों को सम्मिलित किया गया है। इनमें कोरबा जिले में स्थित करतला नार्थ एवं करतला साउथ कोल ब्लॉक भी है। दोनों कोल ब्लॉक के 50 फीसदी क्षेत्र में घना जंगल है। यह इलाका हाथी और भालू के विचरण वाला है। करतला को जून 2022 में भी नीलामी में शामिल किया गया था, लेकिन इसके लिए बोली नहीं लगी थी।
बोली जमा करने की अंतिम तारीख 19 फरवरी
कोयला मंत्रालय के शेड्यूल के अनुसार बोली जमा करने की अंतिम तारीख 19 फरवरी है। तकनीकी बोली 20 फरवरी को खुलेगी। जमा बोलियों का परीक्षण 21 फरवरी से 6 मार्च तक होगा। ऑक्शन 7 मार्च से 20 मार्च के बीच होगा।
कोल ब्लॉक पर एक नजर
करतला नार्थ
कोलफील्ड्स: मांड रायगढ़
जिला: कोरबा
क्षेत्रफल :36.4 वर्ग किलोमीटर
ग्रीन कवर: 51फीसदी
कोल रिजर्व : 690 मिलियन टन
करतला साउथ
कोलफील्ड्स : मांड रायगढ़
जिला: कोरबा
क्षेत्रफल : 36.4 वर्ग किलोमीटर
ग्रीन कवर : 52 फीसदी
कोल रिजर्व : 920 मिलियन टन