मिचौंग की आफत से तीन दिन बाद मिली राहत  तीसरे दिन खिली धूप, ठंड का दिखने लगा असर

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कोरबा@M4S:बंगाल की खाड़ी में उठे तूफान मिचोंग का असर जिले में भी देखने को मिल रहा है। इसके असर से जिले में तीन दिनों से रूक-रूककर बारिश होती रही। हालांकि शुक्रवार को चौथे दिन मौसम खुलने से लोगों को राहत मिली है। इस कारण सीजन में पहली बार ठंड ने तेवर दिखाना शुरू कर दिया। पहली बार रात की तरह दिन भी सर्द होने लगी है।इसलिए रात का तापमान 17 डिग्री तो दिन का तापमान 21 डिग्री दर्ज किया गया। लोग अब दिन में जैकेट पहनने को मजबूर हो गए हैं।
चक्रवाती तूफान मिचौंग के प्रभाव से ठंड ने अपना कड़ा रूख दिखाया शुरू कर दिया है। ठंडी हवाओं ने पहली बार मौसम में कंपकपी बढऩे से लोग इस सीजन में पहली मर्तबा कांपते दिखाई दिए। सर्दीली हवाओं के कारण पारा तेजी से लुढक़ गया, लोग ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा लेने मजबूर हुए। दिन में भी लोग गर्म कपड़ों के लबादे में नजर आ रहे हैं। साथ ही कई लोग बारिश से बचने के लिए रेनकोट में भी नजर आए। चक्रवाती तूफान के कारण जिले में इस सीजन में पहली बार जिले में न्यूनतम तापमान 17 डिग्री से नीचे आया है। बारिश व ठंडी हवा से न्यूनतम तापमान में चार डिग्री की तगड़ी गिरावट हुई है। तीन दिनों से बदली व बारिश के प्रभाव लगातार तापमान गिरते क्रम में रहा। लिहाजा लोग घरों में रहने के लिए मजबूर हुए। ठंड के असर से लोगों की दिनचर्या काफी प्रभावित रही। सुबह घर से निकलने वाले लोग स्वेटर, शाल पहने दिखाई दिए। इधर चौक-चौराहों में अलाव जलाकर ठंड से बचने की कोशिश में लोग नजर आए। वैसे पिछले दो दिनों से सर्द मौसम ने अपना कड़ा रूख अख्तियार किया है। तूफान मिचौंग के असर से ठंड में अचानक बढ़ोतरी हुई है। इधर किसानों को बेमौसम बारिश से फसल बचाने की चिंता सताने लगी है। अगर मौसम इसी तरह रहा तो किसानों का फसल पूरी तरह से चौपट हो जाएगा। खेत में पड़े करपा को नुकसान होना तय है। हालांकि शुक्रवार को बारिश नहीं हुई। माना जा रहा है कि चक्रवात का असर अब खत्म हो जाएगा। मौसम विभाग के अनुसार एक अवदाब उत्तर-पूर्व तेलंगाना और उससे लगे दक्षिण छत्तीसगढ़-दक्षिण अंदरूनी ओडिशा तटीय आंध्र प्रदेश के ऊपर में कमजोर होकर चिन्हित निम्न दाब के क्षेत्र के रूप में स्थित है। इसके साथ उपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। एक द्रोणीका चिन्हित निम्न दाब के क्षेत्र से दक्षिण तमिलनाडु तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। एक पश्चिमी विक्षोभ, चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण के रूप में हरियाणा और उसके आसपास 3.5 किलोमीटर से 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। 7 दिसम्बर को अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पडऩे की संभावना जताई गई थी। एक दो स्थानों पर गरज चमक के साथ वज्रपात भी होने की संभावना है। अगले 4 दिनों में अधिकतम तापमान में 5 डिग्री सेल्सियस के आसपास वृद्धि होने की संभावना है। जबकि न्यूनतम तापमान में 3-4 डिग्री सेल्सियस इसी अवधि में गिरावट होने की संभावना है।

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