नई दिल्ली(एजेंसी):लाभार्थी वोट बैंक को मजबूत कर विपक्ष की राह मुश्किल करती रही भाजपा आगामी लोकसभा चुनाव के लिए इस उम्मीद के साथ ही काम कर रही है कि अब तक उससे अलग-थलग माने जाने वाले मुस्लिम वर्ग में भी वोट बैंक तैयार हो जाए। इसके लिए भाजपा मोदी सरकार की विभिन्न योजनाओं की लाभार्थी मुस्लिम महिलाओं को ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ की अपनी नीति का संदेशवाहक बनाकर पत्र लिखवा रहा है। इन्हीं पत्रों के आधार पर मुस्लिम लाभार्थियों का डाटा बैंक भी बनाने की तैयारी चल रही है।
मुस्लिम मतों में अपनी हिस्सेदारी बनाने के लिए पसमांदा वर्ग से अपने प्रयास शुरू करने वाली भाजपा की नजर अब अल्पसंख्यक वर्ग के उन सभी लोगों पर है, जो सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ ले रहे हैं और उनके जीवन में कुछ मुश्किलें कम हुई हैं।
विकास आधारित राजनीति को अपना सिद्धांत बताने वाली भाजपा ने इसी उद्देश्य के साथ ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ का नारा बुलंद करते हुए प्रयास तेज किए हैं। इसके लिए पहले भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा ने देशभर में मुस्लिम वर्ग से ‘मोदी मित्र’ बनाना शुरू किया। फिर सूफी संवाद शुरू किया और अब इन दिनों देश के 22 राज्यों में ‘शुक्रिया मोदी जी’ अभियान चलाया जा रहा है।
अल्पसंख्यक मोर्चा की पांच-पांच महिलाओं की टीम
मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने बताया कि इस अभियान के तहत प्रत्येक जिले में अल्पसंख्यक मोर्चा की पांच-पांच महिलाओं की टीम बनाई गई है। यह नेतृत्व करते हुए हर मंडल में उन मुस्लिम महिलाओं को तलाश रही हैं, जो मोदी सरकार की प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना, सौभाग्य योजना, आयुष्मान भारत योजना, इज्जत घर या अन्य योजना की लाभार्थी हैं।
इन योजनाओं सहित तीन तलाक खत्म करने और राजनीति में महिलाओं को आरक्षण देने के निर्णय के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को शुक्रिया देते हुए पत्र लिखकर उन लाभार्थियों का नाम, हस्ताक्षर और फोन नंबर लिखवाया जा रहा है। उन पत्रों का पूरा लेखा-जोखा तैयार कर डाटा बैंक भी तैयार किया जा रहा है।
दिसंबर तक चलेगा अभियान
जमाल सिद्दीकी ने बताया कि यह अभियान दिसंबर तक चलेगा। इसके बाद बड़े स्तर पर संवाद कार्यक्रम किए जाएंगे, जिनमें शुक्रिया मोदी जी अभियान में शामिल महिलाओं, देशभर में बनाए जा रहे मोदी मित्रों और सूफी संवाद से जुड़े सूफियों से संवाद कर पूछा जाएगा कि भाजपा सरकार के प्रति उनका विश्वास कितना मजबूत हुआ है और अब उनकी क्या अपेक्षाएं सरकार से हैं। उसके निष्कर्षों के आधार पर पार्टी आगे काम करेगी।